तीन लाख 57 हजार की ठगी, युवती डिजिटल अरेस्ट का हुई शिकार

पार्सल के जरिए मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में केस दर्ज होने का हवाला देकर तत्काल गिरफ्तारी का डर दिखाया और फिर उससे लाखों रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा ली।

Update: 2024-07-18 07:01 GMT

सांकेतिक तस्वीर

प्रयागराज: प्रयागराज के कैंट इलाके में एक युवती को डिजिटल अरेस्ट कर तीन लाख 57 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने युवती को पार्सल के जरिए मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में केस दर्ज होने का हवाला देकर तत्काल गिरफ्तारी का डर दिखाया और फिर उससे लाखों रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा ली। ठगी का पता चला तो कैंट थाने में केस दर्ज कराया है।
प्रयागराज के म्योर रोड स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाली युवती जयपुर की एक निजी कंपनी में काम करती है। वह यहां अपने पिता से मिलने आई थी। तीन जुलाई को उसके पास एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वह एक कोरियर कंपनी से बोल रहा है। अपने जो पार्सल भेजा था, वह कैंसिल हो गया। इस संबंध में मुंबई में एफआईआर दर्ज हुई है। शातिरों ने एफआईआर नंबर भी बताया।
बताया कि इस संबंध में मुंबई क्राइम ब्रांच आपसे बात करेगी। इसके बाद नंबर आगे बढ़ा दिया। इसके बाद शातिरों ने स्काइप एप डाउनलोड कराकर युवती की मुंबई क्राइम ब्रांच के नकली अधिकारी से बात कराई और डिजिटल हाउस अरेस्ट का झांसा देकर पीड़िता से तीन बार में कुल 3,57,685 रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा लिए। जब युवती को साइबर ठगी का पता चला तो ऑनलाइन साइबर हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज कराई है।
कैंट पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है। कैंट पुलिस के मुताबिक आरोपियों के बैंक खाते की डिटेल खंगाली जा रही है। पुलिस का कहना है कि हाल ही में डिजिटल अरेस्ट के कई केस सामने आए हैं। इसमें शातिर पीड़ित को किसी के भी संपर्क में आने से रोक देते हैं और उन्हें फर्जी केस में फंसाने की बात कहकर डरा देते हैं। इन केस से निपटने के लिए शातिर मोटी रकम की मांग करते हैं।
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