सोलन। देश के 600 के करीब जवाहर नवोदय विद्यालयों व 317 केंद्रीय विद्यालय संगठनों (केवीएस) के नाम बदले जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ देश के इन सभी स्कूलों के नाम के आगे अब पीएमश्री शब्द जुड़ जाएगा। ये विद्यालय पीएमश्री नवोदय विद्यालय व पीएमश्री केवीएस विद्यालय के नाम से संचालित होंगे। हिमाचल प्रदेश के 12 जवाहर नवोदय विद्यालयों व 23 केवीएस विद्यालयों सहित देश के कुल 14 हजार 500 स्कूलों को अपग्रेड किया जाना है। इन्हें ग्रीन स्कूल की तरह विकसित किया जाएगा तथा केंद्र सरकार ने आगामी पांच वर्षों के लिए इस वृहद योजना के लिए कुल 27 हजार 360 करोड़ रुपए के बजट का निर्धारण किया है। इस योजना के तहत छठी से 12वीं कक्षा के करीब तीन लाख से भी ज्यादा विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान की जाएगी तथा कुल 775 जिलों को इसमें कवर करने की योजना है। इन मॉडल स्कूलों में कौशल विकास, उच्च व आधुनिक शिक्षा, आईसीटी रिसोर्स सेंटर, स्कूलों में खुशनमा माहौल बनाने, ग्रीन स्कूल बनाने जैसे मुद्दे शामिल किए गए हैं।
प्रमुख पहलू यह है कि इन स्कूलों में पूरी तरह सोलर एनर्जी को जनरेट करके पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती करके कैंपस में उत्तम किस्म की पैदावार करने के उद्देश्य से छोटे-छोटे गार्डन विकसित किए जाएंगे। इन पीएमश्री मॉडल स्कूलों में प्लास्टिक का प्रयोग बिलकुल नहीं होगा तथा जलवायु परिवर्तन व जल संग्रहण तकनीक जैसे विषय शामिल होंगे। इन स्कूलों में प्रत्येक विद्यार्थी को अपने ऐच्छिक विषय चुनने की छूट होगी तथा सौ प्रतिशत स्कूलों में विज्ञान व गणित की विशेष डिजाइन किटें भी प्रदान की जाएंगी। इन नवोदय व केवीएस स्कूलों में भारत की प्रभुसंपन्नता, अखंडता का पाठ पढ़ाए जाने के साथ-साथ प्रत्येक विद्यार्थी का समाज के प्रति क्या योगदान होना चाहिए, इसकी शिक्षा भी प्रदान की जाएगी। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार की 27 हजार 360 करोड़ रुपए की इस योजना को वर्ष 2022-2023 सत्र से 2026 तक संचालित किया जाएगा तथा पंाच वर्ष की अवधि पूर्ण होने पर इन्हें फिर संबंधित स्कूल प्रबंधन आगे इसी तर्ज पर चलाएगा। योजना के अनुसार पांच वर्षों में कुल 18 लाख के करीब विद्यार्थी इससे लाभान्वित होंगे।