गोरखपुर। गोरखपुर में एक युवक गिरजेश (36) की धारधार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद बदमाशों ने उसका शव सरसों के खेत में फेंक दिया। मृतक राजगीर मिस्त्री था। वह सुबह घर से काम पर निकला था। देर शाम उसकी पत्नी अनिता ने फोन किया तो गिरिजेश ने बताया कि खाना खाने जा रहा हूं। खाकर वापस आऊंगा। लेकिन, देर रात तक गिरजेश घर नहीं आया। इसके बाद परिवार के लोगों ने उसकी तलाश शुरू की। उसका मोबाइल भी बंद था। शनिवार की दोपहर ताल में सरसों के खेत के किनारे कुछ लोगों ने खून सना हुआ युवक का शव देखा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा तो गला रेतकर उसकी हत्या की गई थी। घटना बड़हलगंज इलाके के खड़ेसरी-मरवट सिवान की है।
हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। SP साउथ अरुण कुमार सिंह, CO जगत नारायण सिंह और क्राइम ब्रांच की टीम ने मौका मुआयना किया। SP साउथ अरुण कुमार सिंह ने बताया, शव देखने से ऐसा लग रहा है कि बदले की भावना से यह हत्या की गई है। हालांकि पुलिस अन्य कई एंगल पर भी जांच कर रही है। एसपी ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन जल्दी ही हत्या का खुलासा करते हुए आरोपियों को जेल में भिजवाया जाएगा।
परिवार वालों ने बताया, बारीडीहा गांव निवासी स्व. काशीनाथ के बेटे गिरजेश की तीन नाबालिग बच्चे हैं। जिनमें दो बेटा समुवैल कुमार (13), रानी (11) और अनिकेत कुमार (8) हैं। बेटी रानी भलुआन के पास अपने मामा के घर रहकर पढ़ाई कर रही है। पुलिस को मृतक का न तो मोबाइल मिला है और न ही उसके पास मौजूद 7 हजार रुपए। मौका-ए वारदात पर पुलिस को गिरजेश की साइकिल, खाली शराब की बोतल और प्लास्टिक के गिलास मिले हैं। मृतक गिरजेश के भाई उग्रसेन की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज किया है। मृतक गिरजेश की पत्नी अनिता देवी ने कहा, शुक्रवार की सुबह काम पर जाने से पहले उन्होंने किसी बीमार मजदूर को पैसा देने के लिए सात हजार रुपए लिए थे। उनके पास तीन दिन की मजदूरी भी थी। शाम को जब मैंने फोन किया तो कहे कि नेवता में जा रहा हूं। खाना खाकर आऊंगा। पत्नी ने किसी से भी दुश्मनी से इंकार किया।