BREAKING: हाईरिटर्न के नाम पर डॉक्टर को लगाया लाखों का चूना, ठगबाज गिरफ्तार
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Varanasi. वाराणसी। वेल्स इन्वेस्टमेंट वेबसाइट पर निवेश का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले इंटरस्टेट शातिर ठग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से नकदी और मोबाइल फोन बरामद किया है। इस मामले में वाराणसी के ईएसआईसी अस्पताल की डॉ. रीना रंजन ने 13 मार्च 2024 को वेल्स इन्वेस्टमेंट वेबसाइट पर हाई रिटर्न का लालच देकर 27.5 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज कराया था, जिसे मु0अ0सं0 0036/2024 धारा 420 भादवि और 66(डी) आईटी एक्ट के तहत साइबर क्राइम थाने में पंजीकृत किया गया। इस केस की जांच निरीक्षक अनीता सिंह द्वारा की जा रही थी। वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, अपराध उपायुक्त प्रमोद कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एक विशेष टीम बनाई गई।
टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, डिजिटल फूटप्रिंट्स, और ग्राउंड सर्विलांस का उपयोग करते हुए ठगी के मामले में बैंक खाते और इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग कर साइबर अपराध से प्राप्त राशि को क्रिप्टोकरेंसी (USDT) के माध्यम से ट्रांसफर करने वाले आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई। यह साइबर गिरोह नकली निवेश वेबसाइट बनाकर लोगों को उच्च रिटर्न का झांसा देता है। आरोपी राज कुमार और उसके साथी भोले-भाले लोगों को लोन का लालच देकर बैंक खाते खुलवाते हैं, जिसमें खाता धारकों की जानकारी के बिना नेट बैंकिंग यूजर पासवर्ड, एटीएम डिटेल्स और पिन हासिल कर लेते हैं। इसके बाद, ठगी के पैसे को इन खातों में मंगाकर नेट बैंकिंग के जरिये लेन-देन किया जाता है। कई बार ये लोग राशि को क्रिप्टोकरेंसी या USDT में भी बदलकर सुरक्षित करने की कोशिश करते हैं।
पहचान छिपाने के लिए यह गिरोह आधार कार्ड और मोबाइल नंबर भी लगातार बदलता है। गिरफ्तार आरोपी राज कुमार (26 वर्ष) उर्फ राज सागर उर्फ छोटू बिहार के पटना के नादघाट का रहने वाला है। उसके खिलाफ वाराणसी समेत पटना, दिल्ली और हरियाणा में भी मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसके पास से एप्पल के दो आईफोन व 5200 रुपए नकदी बरामद किए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने बैंक खाते के करीब 50 लाख रुपए सीज किए हैं। आरोपी की गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम में साइबर इंस्पेक्टर विजय नारायण मिश्र, अनीता सिंह, एसआई नीलम सिंह, एसआई संजीव कन्नौजिया, एसआई सतीश सिंह, हेड कांस्टेबल श्याम लाल गुप्ता, हेड कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल प्रभात द्विवेदी, हेड कांस्टेबल गौतम कुमार, हेड कांस्टेबल रविकान्त जायसवाल, कांस्टेबल पृथ्वीराज सिंह, कांस्टेबल चन्द्रशेखर यादव, कांस्टेबल देवेन्द्र यादव, कांस्टेबल दिलीप कुमार, कांस्टेबल सूर्यभान सिंह, कांस्टेबल अनिल मौर्या, कांस्टेबल अनिल यादव, कांस्टेबल अवनीश सिंह, कांस्टेबल अंकित प्रजापति, कांस्टेबल ड्राइवर विजय कुमार, महिला कांस्टेबल पुनीता यादव व प्रीति सिंह शामिल रहे। निरीक्षक