मेरी विरासत पर बेटों का नहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं का अधिकार है : नितिन गडकरी
दिल्ली। क्या केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बेटे भी राजनीति में आने वाले हैं? क्या गडकरी के बेटे लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं? बीजेपी के सीनियर नेता ने शनिवार को खुद ही इसे लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर उनके बेटे राजनीति में आना चाहते हैं तो पहले उन्हें जमीन पर जाकर काम करना होगा। गडकरी ने कहा, 'मुझे ये चिंता नहीं है कि मेरे लड़कों को रोजगार कैसे मिलेगा। मेरा कोई बेटा राजनीति में नहीं है। मैंने उनसे कहा कि तुम मेरे पुण्य का उगयोग करके राजनीति में मत जाओ। तुमको राजनीति में जाना है तो पोस्टर चिपकाओ और दीवारों पर रंग लगाओ। तुम सब लोगों के बीच जाओ।' उन्होंने कहा कि अगर मेरी विरासत पर किसी का अधिकार है तो वो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का है।
नितिन गडकरी को भाजपा ने आगामी आम चुनाव के लिए नागपुर संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है। नागपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर विभिन्न मुद्दों और अपनी योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं लोगों से मिलना जारी रखना चाहता हूं। मेरा मानना है कि सार्वजनिक जीवन में लोगों से मिलना और छोटे से छोटे संभव तरीके से भी उनकी मदद करना जरूरी है। मैं स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में काम करना जारी रखना चाहता हूं और यथासंभव समाज की सेवा करना चाहता हूं।'
गडकरी ने कहा, 'मैंने रोजगार सृजन, स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल संस्कृति के संदर्भ में अच्छे बुनियादी ढांचे के जरिए लोगों के जीवन स्तर में सुधार में मदद करने की कोशिश की। मैंने इन मोर्चों पर प्रयास किए हैं और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। मैं ऐसा करता रहूंगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि अपने चुनाव अभियान के तहत वह हर घर, हर व्यक्ति और हर दिल तक पहुंचेंगे। गडकरी ने कहा, 'मैं पोस्टर, बैनर और प्रलोभन में विश्वास नहीं करता। मैं लोगों से मिलूंगा, उनसे बात करूंगा और उनका आशीर्वाद मांगूंगा। मैं लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए काम करना जारी रखना चाहता हूं।