महाकुंभ में हुई भगदड़ पर BJP सांसद हेमा मालिनी का बयान, कहा- इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा

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Update: 2025-02-04 09:27 GMT

फाइल फोटो

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत पर मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि घटना इतनी बड़ी नहीं थी, जितना इसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है.
हेमामालिनी ने कहा कि हम भी कुंभ गए थे. हमने संगम में स्नान किया. ये दुखद घटना हुई थी. लेकिन इतनी बड़ी नहीं थी. सब कुछ मैनेज कर लिया गया था. मुझे इसके बारे में ज्यादा पता नहीं है लेकिन घटना इतनी बड़ी नहीं थी, जितना बढ़ा-चढ़ाकर इसे दिखाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल प्रयागराज जाकर पवित्र स्नान करेंगे. अगर स्थिति मैनेज नहीं होती तो क्या प्रधानमंत्री जाते? दरअसल संसद में महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से सवाल उठाए जाने के सवाल पर हेमामालिनी ने कहा कि अखिलेश का काम ही गलत बोलना है. घटना घटी थी लेकिन इतनी बड़ी घटना नहीं थी.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान महाकुंभ में हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर सवाल उठाए थे.
अखिलेश यादव ने कहा कि डिजिटल कुंभ कराने वाले मृतकों के आंकड़े तक नहीं दे पा रहे. लाशें कहां फेंकी गईं, बताया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि तक नहीं दी. वे घटना को छिपाने में लगे रहे. पुण्य कमाने आए लोग अपनों के शव लेकर गए. उन्होंने मृतकों का आंकड़ा जारी करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार मृतकों के आंकड़े नहीं दे पाई. बच्चों के आंकड़े तो नदारद हैं. खोया-पाया केंद्रों पर लोग अपनों को खोज रहे हैं. महाकुंभ में लोगों ने अपनों को खोया. कुंभ का आयोजन कोई पहली बार नहीं हुआ. समय समय पर जिसकी भी सरकारें रही हैं, इसका आयोजन करती रही हैं.
सपा प्रमुख ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर कहा कि उनके अभिभाषण में वही सारी पुरानी बातें थीं. 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन, 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर लाई गई, 10 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए. यही आबादी 105 करोड़ हो जा रही है तो सरकार किस आबादी के लिए काम कर रही है.
अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार के दोनों इंजन कहीं आपस में टकरा तो नहीं रहे. दस साल पहले जिसे क्योटो बनाने की बात कही थी, वहां आज तक ये मेट्रो तक नहीं शुरू करा पाए. यूपी में जो भी मेट्रो चल रही है, सब समाजवादियों की देन है.
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