Hospice. धर्मशाला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पारखी नजरों ने धर्मशाला के ढगवार में पत्थरों से सोना निकाल लिया। यानी सीएम ने मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का नीवं पत्थर रखा, तो वहां निकल रहे पत्थरों को नीलाम करने के निर्देश जारी किए। अपने व्यवस्था परिवर्तन के तहत सीएम ने ऐसे नब्ज पकड़ी की अधिकारियों को भी काम में लगाकर पत्थरों को बेच कर बड़ी रकम सरकारी खजाने में डाल दी। जिला कांगड़ा के ढगवार में बन रहे मिल्क प्लांट की खुदाई से निकले पत्थरों की नीलामी से खनन विभाग को 1.32 करोड़ की आमदनी हुई है। पिछले दिनों सीएम कांगड़ा प्रवास पर आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने ढगवार मिल्क प्लांट का शिलान्यास भी किया था। तभी सीएम सुक्खू ने इस मिल्क प्लांट से निकले पत्थरों की नीलामी करने का सुझाव दिया था। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज वैरवा ने सीएम सुक्खू के सुझाव पर अमल करते हुए इन पत्थरों की नीलामी प्रक्रिया खनन विभाग के माध्यम से शुरू करवाई।
नीलामी में करीब दस बड़ी कंपनियों ने भाग लिया और अंतिम बोली एक करोड़ 32 लाख की गई। ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था कि पत्थरों से इनती कमाई हो जाएगी। ढगवार में खुदाई के दौरान 70 हजार टन से अधिक पत्थर खुदाई में निकले थे। धर्मशाला के साथ लगते ढगवार में मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का काम चल रहा है। इस पर करीब 225 करोड़ रुपए खर्चे जा रहे हैं। 76 कनाल भूमि पर नया प्लांट तैयार होने के बाद हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन लिमिटेड इस दुग्ध प्रसंस्करण प्लांट का संचालन करेगा। आधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण प्लांट में रोजाना 1.50 लाख लीटर दूध को प्रसंस्करण होगा। दूसरी तरफ दूध से बनने वाले उत्पादों की संख्या में भी इजाफा होगा। जिला कांगड़ा के माइनिंग अधिकारी राजीव कालिया ने बताया कि खनन विभाग की ओर से एक कमेटी गठित की गई थी।