पटना। बिहार में आज नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो रहा है. इसमें बीजेपी के साथ-साथ जेडीयू विधायकों को भी जगह दी गई है. कैबिनेट विस्तार से पहले ही बीजेपी के नेतृत्व ने स्टेट यूनिट के पास शपथ लेने वालों की लिस्ट भेज दी थी. बीजेपी की ओर से दलित समुदाय के नेता को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. जनक राम का नाम टॉप पर है. राजपूत समुदाय से नीरज कुमार बबलू को शपथ दिलायी जा रही है. वहीं नीतीश के पुराने मंत्रियों में लेसी सिंह, अशोक चौधरी, जमा खान, मदन सहनी, शीला मंडल, सुनील कुमार, रत्नेश सदा को फिर से शपथ दिलवायी जा रही है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले वाली एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल का आज विस्तार हो रहा है. इस मंत्रिमंडल विस्तार में जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) के 9 विधायकों के अलावा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 विधायकों को भी शामिल किया जा रहा है. इस मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है. जिसमें 6 सवर्ण,6 दलित (SC), 4 अति पिछड़ा (OBC),4 पिछड़ा (BC),1 मुस्लिम शामिल हैं. जानिए कौन-कौन बना मंत्री-
रेणु देवी: सबसे पहले रेणु देवी (नोनिया) ने शपथ ली जो अति पिछड़ा वर्ग से आती हैं. वह पिछली बार गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम रही थीं. इसके अलावा वह राज्य में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं. वह राज्य में बीजेपी का बड़ा चेहरा मानी जाती हैं. बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रही हैं. बेतिया निर्वाचन क्षेत्र से चार बार की विधायक हैं.
मंगल पांडे: मंगल पांडे बीजेपी का बड़ा सवर्ण चेहरा माने जाते हैं. वह 3 बार एमएलसी रह चुके हैं. बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके मंगल पांडे बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. वह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रहने के अलावा 2017 में हिमाचल प्रदेश के पूर्व चुनाव प्रभारी भी रह चुके हैं. इसके अलावा वह बंगाल बीजेपी के प्रभारी भी रह चुके हैं. बिहार में उनकी गिनती बीजेपी के बड़े और तेज-तर्रार नेताओं में होती हैं.
आपको बता दें कि 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर इस्तीफा दे दिया था और उसी दिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली थी. इस दौरान उनके बीजेपी नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी.
इसके अलावा, भाजपा कोटे से एक और जनता दल यूनाईटेड के तीन और जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के एक मंत्री और इकलौते निर्दलीय विधायक ने मंत्री पद ने शपथ ली थी. मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में काफी समय से अटकले लगाई जा रही थीं.