सड़क चक्का जाम के बाद किसानों का बड़ा एलान, अब 18 फरवरी को रोकेंगे रेल परिचालन

देश में कृषि कानून को लेकर सड़क से संसद तक संग्राम छिड़ा है।

Update: 2021-02-10 17:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: देश में कृषि कानून को लेकर सड़क से संसद तक संग्राम छिड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसा देने के बावजूद किसान मानने को तैयार नहीं हैं। ताजा जानकारी के अनुसार किसानों ने चक्का जाम के बाद अब 18 फरवरी को रेल परिचालन रोकने का एलान किया है।

वहीं इससे पहले किसान 14 फरवरी को मशाल रैली भी निकालेंगे। किसानों ने कहा कि इस आंदोलन में अब तक हमारे कुल 204 किसान भी शहीद हो चुके है। शहीद किसान और शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए किसान संगठन 14 फरवरी को शाम 7 बजे देशभर में मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा हमला हुआ था।

बता दें कि इससे पहले किसानों ने 6 फरवरी को 12 बजे से तीन बजे के बीच राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का एलान किया था। इसके तहत राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय हाइवे को बंद करना था। दिल्ली की सीमाओं की घेराबंदी को देखते हुए किसानों ने दिल्ली-एनसीआर को इससे बाहर रखा था। हालांकि, बाद में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के चक्का जाम को भी वापस ले लिया। बावजूद किसानों के एलान के दिल्ली पुलिस हर जगह सतर्क रही।गणतंत्र दिवस की हिंसा को देखते हुए सीमाओं समेत पूरी दिल्ली में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम थे। गाजीपुर, सिंघु व टीकरी बॉर्डर पर कई स्तर का सुरक्षा बनाने के साथ दिल्ली के आईटीओ, लाल किला, अक्षरधाम, इंडिया गेट आदि संवेदशील इलाकों में पुलिसकर्मी व अर्धसैनिक बल के जवान तैनात थे।
बॉर्डर के चार किलोमीटर के इलाके में सात लेयर की सुरक्षा की गयी थी। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के इंतजाम के साथ साथ दिल्ली में प्रवेश करने वाली करीब 125 सड़कों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये थे। सुबह से ही बॉर्डर पर ड्रोन से निगरानी रखी जा रही थी और बॉर्डर इलाके में वीडियोग्राफी करवायी जा रही थी।


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