रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते बैंक मैनेजर गिरफ्तार...पुलिस ने बरामद किए 12 इंजेक्शन
बड़ी खबर
लखनऊ में बैंक ऑफ बड़ौदा के असिस्टेंट मैनेजर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसके पास से 12 इंजेक्शन बरामद किए हैं जिनको 15 से 20 हजार में बेचा जा रहा था. ये लोग सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर लोगों को इंजेक्शन बेचते थे. जानकारी के मुताबिक लखनऊ के थाना मड़ियांव क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली थी कि लखीमपुर के रहने वाले मनोज कुमार की मां का इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है. डॉक्टरों ने उनसे रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने की मांग की थी.
हालांकि इसके बाद मनोज नाम का व्यक्ति सोशल मीडिया के जरिये बांके बिहारी के पास पहुंचा. इस दौरान बांके बिहारी ने अस्पताल से कुछ दूरी पर मनोज को बुलाकर इंजेक्शन की डिलीवरी दी. इसके बदले में बांके बिहारी ने मनोज से ₹15000 प्रति इंजेक्शन के हिसाब से 45 हजार रुपये लिए और चला गया.
हालांकि मनोज के मुताबिक इंजेक्शन लगाने से उसकी माता को रिएक्शन हो गया. जिससे के बाद मनोज ने इसकी सूचना मड़ियांव थाने को दी. जिसके बाद पुलिस ने फिर एक इंजेक्शन की मांग आरोपी बांके बिहारी से की. इस बार बांके बिहारी जैसे ही इंजेक्शन की डिलीवरी देने पहुंचा तो पुलिस ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया
डीसीपी नॉर्थ रईस अख्तर के मुताबिक, बांके बिहारी बैंक ऑफ बड़ौदा गोमती नगर के पत्रकारपुरम ब्रांच में सहायक मैनेजर के पद पर कार्य करता है. पुलिस ने उनके पास से 12 इंजेक्शन बरामद किए हैं. बांके बिहारी सोशल मीडिया के जरिए जरूरतमंदों तक पहुंचता था और लोगों को महंगे दामों पर बेचता था.
मंगलवार को पुलिस ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा है कि दिनांक 18 / 05 2021 को समय 18.35 बजे थाना प्रभारी मड़ियांव मनोज सिंह की टीम के द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए बांके बिहारी पुत्र राम कुमार त्रिपाठी निवासी विकास नगर लखनऊ को गिरफ्तार किया गया है. इनके कब्जे से नाजायज 12 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किया गया है. जिसपर मुकदमा नंबर 223 / 2021 धारा 188 , 420 ,269 , 270 आईपीसी व धारा 3 महामारी अधिनियम व 18 /27 औषधि प्रसाधन सामग्री अधिनियम पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है.