आइजोल पहुंचे अतुल बोरा व अशोक सिंघल, मिजोरम-असम के मंत्रियों की करेंगे वार्ता
असम-मिजोरम सीमा विवाद (Assam-Mizoram border issue) मामले पर चर्चा के लिए गुरुवार को दोनों राज्यों के मंत्रियो के बीच आइजोल में वार्ता होगी।
गुवाहाटी, असम-मिजोरम सीमा विवाद (Assam-Mizoram border issue) मामले पर चर्चा के लिए गुरुवार को दोनों राज्यों के मंत्रियो के बीच आइजोल में वार्ता होगी। आइजोल पहुंचे असम के मंत्री अशोक सिंघल ने एयरपोर्ट पर पहुंच तस्वीरें ट्विटर पर साझा की और कहा, 'सीमा विवाद की बातचीत की दिशा में सकारात्मक शुरुआत हो गई है। एयरपोर्ट पर मिजोरम सरकार ने गर्मजोशी से स्वागत किया।' मिजोरम सरकार के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के लिए आज सुबह असम के मंत्री अतुल बोरा व अशोक सिंघल रवाना हुए। अतुल बोरा ने कहा, 'बातचीत के लिए हम आशान्वित हैं। असम को पूर्वोत्तर के लोगों के बीच एकता व भाइचारे की चाहत है।'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मामले में हस्तक्षेप के बाद दोनों ही पक्षों ने आपसी तनाव कम करने के लिए बैठक का निर्णय लिया। आज हो रही इस बैठक के बारे में मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने ट्वीट कर कहा था कि असम और मिजोरम के मंत्रियों के बीच बैठक में सीमा विवाद को सुलझाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जाएगा।
बता दें कि पिछले माह 26 जुलाई को सीमा विवाद के दौरान मिजोरम के कोलासिब जिले के वायरेंग्टे कस्बे में दोनों पक्षों के लोग और पुलिस बल के बीच झड़प हुई। इसमें असम के छह पुलिसकर्मी और एक नागरिक की मौत हो गई थी। वहीं 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
वार्ता के लिए मिजोरम रवाना हो रहे अतुल बोरा ने ट्वीट में लिखा, ' मजबूत और एकजुट पूर्वोत्तर के लिए आदरणीय मुख्यमंत्री डॉ हेमंत विश्व शर्मा की ओर से मिले निर्देश के तहत अपने सहयोगी अशोक सिंघल व सीमा सुरक्षा व विकास के डिप्टी कमिश्नर व सेक्रेटरी जी डी त्रिपाठी के साथ आइजोल जा रहा हूं ताकि शांति और सौहार्द कायम हो सके।'
नियम-377 के तहत कोशिश की जा रही है कि विवाद और न बढ़े और राज्यों के सीमा विवाद का ऐसा समाधान निकाला जाए जो सभी को मान्य हो। उल्लेखनीय है कि मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने पूर्वोत्तर भारत की एकता पर जोर दिया और हेमंत विश्व शर्मा को भाई की तरह बताया था। जोरामथांगा ने अपनी सरकार की ओर से जारी एक अधिसूचना को ट्विटर पर साझा करते हुए कहा है कि असम के कछार जिले के साथ लगते मिजोरम के कोलासिब जिले में राज्य के अनिवासी व्यक्तियों की आवाजाही पर कोई पाबंदी नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत हमेशा एक रहेगा।