ATS की फीकी पड़ी चमक, नहीं मिल रहे अधिकारी, DGP ने फेसबुक पर निकाली 'वैकेंसी
ATS की चमक क्यों पड़ी फीकी?
मुंबई: महाराष्ट्र में ATS ज्वाइन करने के लिए DGP ने फेसबुक पर वैकेंसी निकाली. उन्होंने ज्यादा सैलरी का ऑफर भी दिया है. माना जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि ATS ज्वाइन करने के प्रति पुलिसवाले उतनी रुचि नहीं दिखा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र पुलिस के डायरेक्टर जनरल ने फेसबुक पर वैकेंसी का पोस्ट लिखा. इसके अलावा ATS चीफ ने भी राज्य सरकार को ज्यादा मैनपावर देने के लिए पत्र लिखा है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, ATS चीफ विनीत अग्रवाल ने अपर मुख्य सचिव (गृह) मनु कुमार श्रीवास्तव को बताया है कि उनके विभाग में कुछ पोस्ट खाली हैं, जिसमें चार मुख्य पोस्ट हैं, जिनको भरा जाना चाहिए. वहीं फेसबुक पोस्ट में डीजीपी संजय पांडे ने ATS में वैकेंसी की जानकारी देते हुए 25 फीसदी ज्यादा सैलरी (स्पेशल अलाउंस के तौर पर) मिलने की बात कही है.
संजय पांडे ने फेसबुक पर लिखा था, 'मुंबई ATS में पुलिस अधीक्षक (SP) के दो पद खाली हैं. ATS पोस्टिंग एक प्रतिष्ठित पोस्टिंग है, जिसमें 25 फीसदी तक स्पेशल अलाउंस मिलता है. इच्छुक अफसर सीधे ADG ATS से संपर्क कर सकते हैं. आप लोग अपने प्रेफरेंस को यहां भी बता सकते हैं.'
ATS की चमक क्यों पड़ी फीकी?
ATS के कुछ मौजूदा और पूर्व अफसर मानते हैं कि राज्य की आतंकवाद निरोधी इकाई अब अपनी चमक खो रही है. इसकी एक वजह नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) द्वारा उससे कुछ केसों को लिया जाना भी है. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार के बीच चलने वाले गतिरोध ने भी ATS के कामकाज को जटिल बना दिया है.
हाल के सालों की बात करें तो ATS को ISIS से जुड़ा एक केस मिला था, जिसे कुछ ही हफ्तों में NIA को ट्रांसफर कर दिया गया था.
बता दें कि महाराष्ट्र पहला ऐसा राज्य था जिसने ATS गठित की थी. ऐसा 1998, 2000 और 2002 के सीरियल ब्लास्ट के बाद किया गया था.