गुजरात. बिलकिस बानो गैंगरेप केस के सभी दोषियों के रिहा किए जाने के बाद से विपक्ष लगातार केंद्र और गुजरात सरकार पर निशाना साध रहा है. इस कड़ी में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सभी 11 लोगों को वापस जेल में भेजने की अपील की है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं लेकिन बिलकिस बानो कहती हैं कि उनके जख्म ताजा हो गए. न्याय पर मेरा भरोसा कम हो गया है. प्रधानमंत्री को बताना होगा कि अब क्या किया जाएगा. रिव्यू कमेटी बनी, जिसमें 5 सदस्य बीजेपी के थे. ट्रायल कोर्ट के जज ने कहा था कि उन्हें रिहा नहीं किया जाना चाहिए. 50% आबादी क्या संदेश देना चाहती है. थोड़ी देर के लिए यह भूल जाइए कि वह मुस्लिम है, मान लीजिए कि वह हिंदू, ईसाई, सिख या एक इंसान थी. उन्होंने कहा कि आज देश में कोई आवाज नहीं उठाता. कोई सड़कों पर नहीं उतरता, कोई विरोध नहीं करता. याद रखें, भगवान न करे कि बिलकिस के विपरीत किसी और के साथ ऐसा हो. रिव्यू कमेटी के विधायक ने टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि जिन लोगों ने उसके साथ रेप किया, वे ब्राह्मण और संस्कारी हैं. अगर वो तुम्हारी बेटी होती तो क्या तब भी तुम यही कहोगे?
ओवैसी ने कहा कि जब बेरहम लोग से जेल से रिहा हुए तो उनका माला पहनाकर स्वागत किया गया और मिठाइयां बांटी गईं, क्या यही संस्कृति है? जरा सोचिए अगर बिलकिस आपकी बेटी होती और उसके बलात्कारियों के साथ भी ऐसा व्यवहार किया जा रहा होता तो आपको कैसा लगेगा. उनके साथ सफेद शर्ट में खड़ा शख्स ख्वाजा अजमेरी शेख मोइनुद्दीन चिश्ती के अस्थाना में हुए बम विस्फोट का दोषी है. मैं दुखी हूं क्योंकि आपने बिलकिस को मुसलमान बनाया है, भारत की बेटी नहीं.
AIMIM नेता ने कहा कि आपने (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) संसद में और संसद के बाहर कहा है कि आप मुस्लिम बहनों के भाई हैं. प्रधानमंत्री बिलकिस बानो आपकी बहन की बेटी है, वो आपके भाई की बेटी है. मैं आपसे उन 11 लोगों को वापस जेल भेजने की अपील करता हूं. आप दो बार चुनाव जीत चुके हैं, यह न्याय का मामला है. आप केवल उन लोगों के प्रधानमंत्री नहीं हैं जो आपको वोट देते हैं. यह महिलाओं के साथ अन्याय है. देश में कोई दिन नहीं जाता है जब उनका महिलाओं के साथ कोई गलत काम न होता हो.