एक और बच्चा बना तेंदुए का निवाला, 20 दिनों में 4 बच्चों की जान ली

यहां फैली दहशत.

Update: 2022-12-29 07:37 GMT
रांची (आईएएनएस)| झारखंड के गढ़वा में आदमखोर तेंदुए ने एक और बच्चे की जान ले ली है। रमकंडा प्रखंड के कुशवार गांव में बुधवार देर शाम दोस्तों के साथ खेलकर घर लौट रहे 12 वर्षीय हरेंद्र घासी पर तेंदुए ने अचानक हमला कर दिया। उसने बच्चे की गर्दन अपने जबड़े में ले ली और उसे खींचकर जंगल की तरफ भागने लगा। इस बीच बाकी बच्चों के शोर मचाने पर ग्रामीण दौड़े तो वह उसे छोड़कर भाग निकला, लेकिन खून से लथपथ बच्चे ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। बता दें कि पिछले 20 दिनों में गढ़वा और लातेहार में चार बच्चे तेंदुए का निवाला बन गए हैं। तेंदुए ने बुधवार को इसी गांव के एक किसान की गौशाला में बंधे एक बैल को भी मार डाला, जबकि दूसरे बैर को बुरी तरह घायल कर दिया। तेंदुए के हमले में मारे गए बच्चे के घर में कोहराम मचा है। तेंदुए की वजह से पूरे जिले के कम से कम दो दर्जन गांवों में दहशत की स्थिति है।
इधर वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए इलाके में कई जगहों पर पिंजड़े और ट्रैपिंग कैमरे लगाए हैं, लेकिन वह अब तक पकड़ से बाहर है। पिछले दो दिनों से ड्रोन के जरिए भी निगरानी की जा रही है। इसके बावजूद बुधवार को उसके हमले में बालक की मौत से लोग गुस्से में हैं।
लोग ग्रामीण तेंदुए को आदमखोर घोषित कर उसे गोली मारने की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को गांव पहुंचे वन विभाग के अफसरों के सामने भी ग्रामीणों ने गुस्से का इजहार किया। गढ़वा जिला वन प्रमंडल दक्षिण के डीएफओ शशि कुमार के मुताबिक अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि तेंदुआ सिर्फ एक है या फिर इनकी संख्या एक से ज्यादा है। इन्हें पकड़ने के लिए वन विभाग ने उत्तराखंड से विशेषज्ञों की टीम को बुलावा भेजा है।
बता दें कि आदमखोर तेंदुए ने गत 10 दिसंबर को लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर उकामाड़ में एक 12 वर्षीय बच्ची को अपना पहला शिकार बनाया था। दूसरी घटना 14 दिसंबर को गढवा जिले के भंडरिया प्रखंड के रोदो गांव में हुई। यहां 9 वर्ष के बच्चे को तेंदुए ने मार डाला था और उसके शरीर के आधे हिस्से को खा गया था। तीसरी घटना रंका प्रखंड में 19 दिसम्बर को हुई थी, जब एक सात वषीर्या बच्ची की मौत तेंदुए के हमले में हो गई थी।
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