UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी कह रहे थे गर्मी निकाल देंगे, लेकिन दो चरणों में जनता ने उनकी गर्मी निकाल दी है और अब तीसरे चरण में बुन्देलखंड के लोग उन्हें ठंडा कर देंगे. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए सपा प्रमुख सोमवार को बुंदेलखंड दौरे पर निकले. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने इस दौरान झांसी के खैर इंटर कॉलेज, हमीरपुर में ब्रह्मानंद डिग्री कॉलेज और रहमानिया इंटर कॉलेज, मौदहा और महोबा के डाक बंगले के मैदान में आयोजित जनसभाओं को संबोधित किया.
अखिलेश ने बीजेपी की सरकार में कानून-व्यवस्था बदहाल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी सरकार बनने पर अपराधी, गुंडे, माफियाओं पर नकेल लगेगी. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में कहा था कि समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नेताओं की 'खून की गर्मी' विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शांत हो जाएगी. पहले चरण में 10 फरवरी को 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों और दूसरे चरण में नौ जिलों के 55 विधानसभा क्षेत्रों में सोमवार को मतदान संपन्न हुआ.
अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार किसानों की जमीन छीनने के लिए तीन काले कानून उद्योगपतियों की मदद के लिए लायी थी, 700 से ज्यादा किसान आंदोलन में शहीद हुए. सपा प्रमुख ने भरोसा दिया कि समाजवादी सरकार बनने पर किसानों को दो बोरी डीएपी और पांच बोरी यूरिया खाद मिलेगी और 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त दी जाएगी, सिंचाई पूरी तरह नि:शुल्क होगी.
सपा प्रमुख ने भरोसा दिया कि फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी, गरीबों के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल बनाएंगे और यूपी डायल 100 पुलिस सेवा को और मजबूत करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने नौकरियों में आरक्षण के साथ भेदभाव किया है, लेकिन हम तीन महीने में जातिगत जनगणना कराकर सब जातियों को हक और सम्मान देंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी जातिगत जनगणना नहीं कराएगी, वह दूसरों पर झूठा आरोप लगाती है. यादव ने कहा उत्तर प्रदेश बचेगा तो देश बचेगा, जैसे-जैसे बीजेपी हार की तरफ बढ़ेगी, इनकी भाषा बदलती जाएगी. उन्होंने अपील की कि मतदाता समाजवादी गठबंधन की सरकार बनाएं. अखिलेश ने आरोप लगाया कि अन्ना (छुट्टा) पशुओं के नाम पर करोड़ों रुपये बीजेपी सरकार में हड़प लिए गए.