अखिलेश यादव ने देवी-देवताओं को लेकर दिया विवादित बयान

Update: 2022-05-19 01:51 GMT

यूपी। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हिन्दू देवी-देवताओं को लेकर अयोध्या में ऐसा बयान दिया है, जिस पर विवाद हो सकता है. ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर 1991 में संसद द्वारा पारित कानून का हवाला देते और सर्वे रिपोर्ट के लीक होने पर सवाल उठाते- उठाते अखिलेश यादव ने सीधे-सीधे हिन्दू धर्म संस्कृति और देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान दे दिया.

सिद्धार्थ नगर से वापस लखनऊ लौटते समय अखिलेश यादव कुछ देर के लिए अयोध्या में रुके. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला करते हुए कहा कि हमारे हिंदू धर्म में कहीं भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो पीपल के पेड़ के नीचे और मंदिर बन गया. अखिलेश यादव ने ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे वाले सवाल पर कहा, 'एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी गई थी. बीजेपी कुछ भी कर सकती है. बीजेपी कुछ भी करा सकती है.'

ज्ञानवापी मस्जिद के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, 'यह कोर्ट का मामला है. सबसे बड़ी बात है कि जिसकी जिम्मेदारी थी सर्वे करने की, आखिरकार वह रिपोर्ट बाहर कैसे आ गई. हमारे हिंदू धर्म में कहीं भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो पीपल के पेड़ के नीचे और मंदिर बन गया. हम सर्वे नहीं कर रहे हैं ना ही हम सुप्रीम कोर्ट है.' अखिलेश यादव ने आगे कहा, 'हम यह कह रहे हैं कि बीजेपी से सावधान रहिए. बीजेपी जानबूझकर के ज्ञानवापी मस्जिद का मामला उठा रही है. बड़ी-बड़ी कंपनियां बिक गई हमें और आपको पता नहीं लगा. एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी गई थी. बीजेपी कुछ भी कर सकती है. बीजेपी कुछ भी करा सकती हैं.

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर अखिलेश यादव ने संसद द्वारा 1991 में बनाए गए कानून का हवाला दिया और कहा कि जब अयोध्या का फैसला आया था, उसमें भी इसका उल्लेख किया गया था. यही नहीं उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट इस कानून पर ध्यान देगा. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी जानबूझकर सत्ता से खिलवाड़ करके यह सब फैसले करवा रही है.


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