वायु प्रदूषण : नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हवा बेहद खराब श्रेणी, एक्यूआई 370 के पार

वायु प्रदूषण में बुधवार को मामूली कमी आई लेकिन अब भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हवा बेहद खराब श्रेणी में है

Update: 2021-11-10 18:58 GMT

वायु प्रदूषण में बुधवार को मामूली कमी आई लेकिन अब भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हवा बेहद खराब श्रेणी में है। नोएडा का एक्यूआई 374 दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा का 378 रहा। नोएडा का एक्यूआई मंगलवार को 426 था। वहीं, ग्रेटर नोएडा का 412 दर्ज किया गया था।

जिले में सुबह से ही आसमान में धूल की चादर थी। एक किलोमीटर दूर की बिल्डिंग धुंधली दिख रही थी। पिछले छह दिनों से नोएडा का एक्यूआई गंभीर श्रेणी में था। बुधवार को इसमें कमी दर्ज की गई। पिछले सात दिनों में ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई नोएडा से कम रहा। यहां का एक्यूआई तीन दिन गंभीर श्रेणी में रहा। वायु प्रदूषण की स्थित खतरनाक श्रेणी में जाने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने डीजल जनरेटर को सिर्फ आपातकालीन स्थिति में उपयोग करने की अनुमति दी है। वहीं, ईंट भट्ठे, स्टोन क्रशर, हॉट मिक्स प्लांट बंद करा दिए हैं। दिवाली के दूसरे दिन पांच नवंबर को सबसे अधिक वायु प्रदूषण दर्ज किया गया था। नोएडा का एक्यूआई 475 था।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने बताया कि वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम किए जा रहे हैं। प्रत्येक दिन टीम अलग-अलग स्थानों का निरीक्षण कर रही हैं। जुर्माना भी लगाया जा रहा है। प्राधिकरण सड़कों पर पानी का छिड़काव और सफाई प्रतिदिन करा रहा है।
सुबह और शाम को नोएडा और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। बुधवार को सुबह नौ बजे नोएडा के सेक्टर-116 में एक्यूआई 409, सेक्टर-62 में 411, सेक्टर एक में 403, दर्ज किया गया। वहीं शाम को तीनों स्थानों पर एक्यूआई 400 से अधिक दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थ्री और फाइव में भी सुबह और शाम को एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। नोएडा के चार और ग्रेटर नोएडा के दोनों स्थानों पर पीएम 2.5 का स्तर पीएम 10 के स्तर से अधिक दर्ज किया गया। सुबह सेक्टर-116 में पीएम 2.5 का स्तर 416 रहा। जबकि पीएम 10 का स्तर 388 दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थ्री में सुबह पीएम 2.5 का स्तर 410 और पीएम 10 का स्तर 398 दर्ज किया गया। इसी तरह नोएडा-ग्रेनो के अन्य स्थानों पर भी पीएम 2.5 का स्तर अधिक रहा।
प्रदूषण बढ़ने से आंखों में जलन की भी दिक्कत
वायु प्रदूषण बढ़ने से सांस रोगियों की परेशानी बढ़ी है। साथ ही आंखों में भी जलन से लोग परेशान हैं। जिसका इलाज कराने लोग अस्पतालों में भी पहुंच रहे हैं। दिवाली के बाद से सांस रोगियों की संख्या 30-40 प्रतिशत बढ़ी है। वहीं नेत्र रोग की ओपीडी में भी प्रतिदिन 10-12 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। डॉ. धर्मेंद्र गुप्ता बताते हैं कि वायु प्रदूषण से सांस रोगी इलाज के लिए आ रहे हैं। एक-दो दिन से आंख में जलन के मरीज भी परामर्श लेने आए। जिला अस्पताल के आपातकालीन विभाग में प्रतिदिन 8-10 गंभीर सांस रोगी इलाज के लिए आ रहे हैं। दिवाली से सांस रोगी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहिता शर्मा बताती हैं कि आने वाले दिनों में अगर वायु प्रदूषण इसी तरह बना रहा तो आंखों में दिक्कत और बढ़ेगी। लिहाजा बिना काम घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
वायु प्रदूषण फैलाने पर साढ़े तीन लाख का जुर्माना
वायु प्रदूषण फैलान वाले लोगों पर बुधवार को 3.5 लाख का जुर्माना प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने किया। टीम ने वायु प्रदूषण फैलानेवाले नौ लोगों पर जुर्माना लगाया। सेक्टर-116 में सबसे अधिक छह लोगों पर जुर्माना ठोका गया। इसके अलावा सेक्टर-2, 10 आदि सेक्टरों में भी कार्रवाई की गई। इन स्थानों पर भवन निर्माण नियमों के अनुसार नहीं हो रहा था। इससे धूल उड़ रही थी। भवन निर्माण सामग्री भी ढंक कर नहीं रखी गई थी।
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