Agriculture Helpline: इस महीने में करें मक्के की कटाई

Update: 2024-09-04 09:56 GMT
Palampur. पालमपुर। धान में नाइट्रोजन की दूसरी व अंतिम मात्रा टॉप ड्रेसिंग के रूप में 50-55 दिनों के बाद अर्थात बाली बनने की प्रारंभिक अवस्था में, अधिक उपज देने वाली उन्नत प्रजातियों के लिए 30 किग्रा तथा सुगंधित प्रजातियों के लिए 15 किग्रा नाइट्रोजन प्रति हैक्टेयर की दर से प्रयोग करें। मक्का की फसल में अधिक वर्षा होने की स्थिति में खेत से जल निकास की स्थिति में खेत से जल निकास का उचित प्रबंध करें। फसल में नर मंजरी निकलने की अवस्था एवं दाने की दूधियावस्था में सिंचाई की दृष्टि से विशेष महत्त्वपूर्ण हैं। यदि विगत दिनों में वर्षा न हुई हो या नमी की कमी हो अत: इस अवस्था में सिंचाई अवश्य करें। मक्का के दाने की कटाई तब करें, जब मुट्टों के ऊपर की पत्तियां सूखने लगें तथा दाना सख्त हो जाए। इस समय दानों में 25-30 प्रतिशत नमी रहती है। प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय के अनुसार, प्रदेश के निचले पर्वतीय क्षेत्रों में फूलगोभी की दरम्याना किस्में पालम उपहार, इम्पूवड जापानीज, मेघा की तैयार
पौध की रोपाई करें।

रोपाई से पूर्व 250 किंवटल गोबर की गली सड़ी खाद के अतिरिक्त 235 किलोग्राम इफ्को (12:32:16) मिश्रण खाद, 54 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश तथा 105 किलोग्राम यूरिया प्रति हैक्टेयर खेत में डालें। इन्हीं क्षेत्रों में फूलगोभी की पिछेती किस्म पूसा स्नोवॉल 16, के-1, के.टी.-25, पूसा सुधा तथा संकर किस्म श्वेता, 626, माधुरी, महारानी, लक्की, व्हाइट गोल्ड इत्यादि, बंदगोभी की किस्म प्राईड ऑफ इंडिया, गोल्डन एकड़, पूसा मुक्ता तथा संकर वरूण, वहार इत्यादि, गांठ गोभी की किस्म व्हाइट वियाना, पालम टैंडरनॉब, परपल वियाना, ब्रॉकली की किस्म पालम समृधि, पालम हरीतिका, पालम कंचन व पालम विचित्रा तथा चाईनीज बंदगोभी की किस्म पालमपुर ग्रीन की पनीरी दें। नर्सरी पौध उगाने के लिए तीन मीटर लंबी एक मीटर चौड़ी तथा 10 से 15 सेंटीमीटर ऊंची क्यारी में 25 से 30 किलोग्राम सड़ी-गली गोबर की खाद, 240 ग्राम इफको (12:32:16), 20-25 ग्रा. फंफूदनाशक इंडोफिल एम 45 तथा 10-15 ग्राम कीटनाशक जैसे थीमेट या फोलीडॉल धूल 5 सें.मी. मिट्टी की उपरी सतह में मिलाने के उपरान्त 5 सें.मी. पंक्तियों की दूरी पर बीज की पतली लाइन में बिजाई करें। इन्ही क्षेत्रों में पालक की किस्म पूसा हरित, पूसा भारती, मेथी की किस्म आई.सी. 74, पालम सौम्या, पूसा कसूरी इत्यादि की बिजाई पंक्तियों में 25-30 सेंटीमीटर की दूरी पर करें।
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