संसद बजट सत्र की बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी बोले- पेगासस पर अलग से चर्चा की गुंजाइश नहीं
संसद के बजट सत्र में विपक्ष की ओर से पेगासस का मुद्दा उठाए जाने के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को कहा कि इस मसले पर अलग से चर्चा की कोई गुंजाइश नहीं है
नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र में विपक्ष की ओर से पेगासस का मुद्दा उठाए जाने के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को कहा कि इस मसले पर अलग से चर्चा की कोई गुंजाइश नहीं है क्योंकि यह मामला पहले ही सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। हमने विपक्ष से कहा है कि बजट सत्र के पहले भाग के दौरान हम केवल बजट और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कर सकते हैं। इसलिए अलग से चर्चा करना संभव नहीं होगा। खासकर ऐसे किसी भी मामले में जो सुप्रीम कोर्ट में है।
प्रल्हाद जोशी ने बताया कि लगभग 25 पार्टियों ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया। सभी ने अपने सुझाव रखे, सरकार की तरफ से उनको आश्वस्त किया है कि बजट सत्र के पहले आधे हिस्से में राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सदन सुचारू रूप से चलाने में सहयोग किया जाता है तो सत्र के दूसरे हिस्से में बाकी सभी मुद्दों पर भी हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सभी नेताओं ने कहा है कि हम चर्चा में शामिल होना चाहते हैं। ये सदन सुचारू रूप से चलेगा, ऐसी मैं उम्मीद करता हूं।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर जो कुछ भी कहने की जरूरत है वह सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले साल मानसून सत्र के दौरान ही सदन में कह दिया था। मालूम हो कि विपक्ष के कई सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई करने की मांग की है। विपक्ष के इस रुख पर संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने कहा कि विपक्षी दल आगे बढ़ सकते हैं। इसे स्वीकार करना या न करना स्पीकर पर निर्भर करता है। मेरी राय में इसमें कोई दम नजर नहीं आता...
दरअसल कई विपक्षी दलों ने पेगासस के मुद्दे पर सरकार पर झूठा बयान देने का आरोप लगाया है। इन दलों का कहना है कि केंद्र सरकार ने कथित तौर पर संसद और सर्वोच्च न्यायालय में भी झूठ बोला था। वहीं सर्वदलीय बैठक पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी की राय है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट पर चर्चा हो... कांग्रेस अध्यक्ष ने भी कहा है कि राष्ट्रपति अभिभाषण और बजट पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देकर सभी चीजों पर चर्चा की जा सकती है।