Paonta Sahib: पांवटा साहिब। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के सौजन्य से खुशियों का सहारा योजना चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत विभिन्न सरकारी स्कूलों के लगभग 20 बच्चों को इस योजना के अंतर्गत गोद लिया गया है, जिनके माता-पिता नहीं हैं या किसी कारणवश उनकी पढ़ाई का खर्चा उनके माता-पिता नहीं उठा सकते हैं उनको संस्था द्वारा पढ़ाई के लिए फीस, किताबें, कापी, पेंसिल-पेन, बैग, जूते और पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। वैसे तो सरकारी स्कूलों में सरकार द्वारा आठवीं तक किताबें मुफ्त दी जाती हैं, परंतु कापी, पेंसिल, बैग, जूते इत्यादि उपलब्ध नहीं करवाए जाते और नौवीं से 12वीं क्लास के बच्चों को सरकार द्वारा कोई मदद नहीं की जाती।
इन बच्चों को संस्था द्वारा पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, योग अध्यात्म आदि के साथ भी जोड़ा जा रहा है, जिससे भविष्य में यह सब बच्चे अच्छा नाम कमाएं तथा अपने परिवार के लिए कुछ कर सकें। खुशियों का सहारा योजना के साथ जुडक़र सभी बच्चे बहुत खुश हैं तथा पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी रुचि ले रहे हैं। इसके अलावा मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था द्वारा खुशियों की पाठशाला भी चलाई जा रही है, जिसके अंतर्गत जरूरतमंद बच्चों को फ्री-कम्प्यूटर कोर्स के साथ-साथ अकादमी से किसी भी नौकरी के लिए तैयारी करने का मौका मिलेगा। संस्था की अध्यक्ष पुष्पा खंडूजा ने सभी से अपील करते हुए कहा कि इन जरूरतमंद बच्चों की सहायता के लिए अधिक से अधिक आगे आकर सहयोग करें। संस्था उन सभी समाजसेवियों का हार्दिक धन्यवाद करती है जो इस पुनीत कार्य के लिए संस्था को सहयोग कर रहे हैं।