जबलपुर। शहर के मदन महल से दमोहनाका के बीच बन रहे फ्लाईओवर निर्माण के दौरान शनिवार को हादसा हो गया। मदन महल थाने के पास नाले की खुदाई कर रहे मजदूर मिट्टी धसने की वजह से मलबे में दब गए। घटना से आसपास अफरा-तफरी मच गई। मजदूरों और मौके पर पहुंची पुलिस ने सातों मजदूरों को मलबे से निकाला, लेकिन तब तक एक की मौत हो चुकी थी। वहीं, छह मजदूर घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। जानकारी के अनुसार, मदन महल से दमोहनाका तक बन रहे फ्लाईओवर में मदन महल थाने के पास शिवाजी चौक के पास नाला निर्माण कराया जा रहा है। यह निर्माण कार्य नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा किया जा रहा है। कम्पनी के इंजीनियर्स और सुपरवाईजर के कहने पर शनिवार को दमोह निवासी देवेन्द्र कुमार (45) समेत चरगवां निवासी बेड़ीलाल गौड़ (30), झारखंड निवासी राजू भूमिया (37), सतेन्द्र भूमिया (35), कटनी निवासी धनीराम कोल (28), पन्ना निवासी सुखलाल खैरवार (35) और गनोरीलाल (40) नाले में उतरे और काम करने लगे। करीब सवा तीन बजे नाले के बगल में रखा मलबा अचानक धसा और सीधे नाले के भीतर सातों मजदूरों पर जा गिरा, जिससे सातों मजदूर मलबे में दब गए। घटना के बाद चीख पुकार मच गई। आसपास मौजूद मजदूरों के साथी और अन्य लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। तब तक थाने की पुलिस भी वहां पहुंच गई। पुलिस अधिकारी और जवान नाले में उतरे। मलबा हटाया और सभी मजदूरों को बाहर निकाला।
घटना में देवेन्द्र कुमार को गंभीर चोटें आई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं घायल बेड़ीलाल, राजू, धनीराम, सतेन्द्र, सुखलाल और गनोरीलाल को गोलबाजार में निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां छहों को भर्ती कर लिया गया। उपचार के बाद छहों की हालत में सुधार आया। बताया जा रहा है कि नाला निर्माण कर रही कम्पनी ने न तो वहां सुरक्षा के इंतजाम किए थे और न ही मजदूरो की सुरक्षा का ध्यान रखा था। बिना हेलमेट और जैकेट के मजदूरों को नाले में काम करने के लिए उतार दिया गया। वहीं जो मलबा नाले से निकालकर उसके मुहाने पर जमाया गया, उसे धंसकने से रोकने के लिए किसी प्रकार की लोहे की चादर या अन्य चीजें नहीं लगाई गई थीं, जिस कारण यह हादसा हो गया। इस संबंध में मदन महल थाना प्रभारी प्रवीण सिंह ने बताया कि नाला निर्माण कार्य के दौरान मलबा धंसा, जिसमें सात मजदूर दब गए थे। पुलिस ने रेस्क्यू कर सभी को मलबे से निकाला, लेकिन एक मजदूर की मौत हो गई। अन्य छह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एससी वर्मा ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है, वे फिलहाल बाहर हैं। इस मामले में जांच हो रही है। मौके पर मौजूद अफसरों से जानकारी बुलाकर रिपोर्ट बनाई जा रही है। उन्होंने हादसे को दुखद बताया। वहीं, ईई रामानुज विश्वकर्मा ने कहा कि डेढ़ मीटर चौड़ाई का गड्डा खोदा गया था, ड्रेन प्लेट लगाई गई थी। मिट्टी धंसकने की वजह से हादसा हुआ है। मौके पर अधिकारी और सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे।