आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी आज एसीबी जांच में हो सकते हैं शामिल

Update: 2022-11-17 05:38 GMT
नई दिल्ली (आईएएनएस)| आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी एमसीडी टिकट बिक्री मामले में गुरुवार को दिल्ली के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के समक्ष पेश हो सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में, जांच टीम मॉडल टाउन के विधायक का गवाह और डिजिटल सबूतों के साथ आमना-सामना करने के लिए तैयार है।
बुधवार को एसीबी ने त्रिपाठी के साले ओम सिंह, उसके सहयोगी शिव शंकर पांडे उर्फ विशाल पांडे और प्रिंस रघुवंशी को कमला नगर वार्ड (69) के लिए एमसीडी का टिकट कथित तौर पर 90 लाख रुपये में बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
उन्हें पीओसी अधिनियम की धारा 7/13 और आईपीसी की धारा 171 (ई) के तहत गिरफ्तार किया गया था।
डीसीपी एसीबी मधुर वर्मा ने कहा, ''शिकायतकर्ता गोपाल खारी की पत्नी शोभा खारी को वार्ड नंबर 69, कमला नगर से एमसीडी चुनाव का टिकट देने के एवज में रिश्वत लेते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।''
चूंकि शिकायतकर्ता ने उनका नाम लिया है, इसलिए विधायक को जांच में शामिल होने के लिए तलब किया गया है।
कमला नगर निवासी शिकायतकर्ता गोपाल खारी ने 14 नवंबर को एसीबी से शिकायत की थी कि वह 2014 से आप से एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़ा हुआ है और 9 नवंबर को वह अपनी पत्नी शोभा खारी के लिए पार्षद का टिकट सुरक्षित करने के अनुरोध के साथ त्रिपाठी से मिला।
शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि त्रिपाठी ने इसके लिए 90 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की।
खारी ने उनके कहने पर त्रिपाठी को 35 लाख रुपये और राजेश गुप्ता (विधायक वजीरपुर) को 20 लाख रुपये की रिश्वत दी। खारी ने त्रिपाठी को आश्वासन दिया कि शेष 35 लाख का भुगतान वह टिकट मिलने के बाद करेंगे। 12 नवंबर को, पार्टी द्वारा जारी चुनाव लड़ने वाले पार्षदों की सूची में खारी को अपनी पत्नी का नाम नहीं मिला।
एसीबी अधिकारी ने कहा, "इसके बाद, ओम सिंह ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया और उन्हें आश्वासन दिया कि अगले चुनाव में उन्हें टिकट दिया जाएगा। उन्होंने अपने पैसे (रिश्वत की राशि) वापस करने की भी पेशकश की। खारी ने भुगतान के दौरान अपने कथित सौदे की ऑडियो और वीडियो रिकॉडिर्ंग भी प्रस्तुत की।"
शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने आरोपी को पकड़ने के लिए अपने आला अधिकारियों की एक टीम गठित की। उन्होंने खारी के आवास पर जाल बिछाया और गवाहों की मौजूदगी में सिंह और उसके साथियों-पांडे और रघुवंशी को रंगे हाथों पकड़ लिया।
अधिकारी ने कहा, 33 लाख रुपये की रिश्वत की राशि जब्त कर ली गई है। मामले की आगे की जांच जारी है।
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