फर्जी IAS अफसर के झांसे में आई महिला सांसद, हुआ बड़ा खुलासा

दावा

Update: 2021-06-23 12:50 GMT

देश में कोरोना के खिलाफ जंग जारी है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने दावा किया है कि उन्होंने कोलकाता में चल रहे एक फर्जी वैक्सीनेशन ड्राइव का भंडाफोड़ किया है। मिमी चक्रवर्ती ने यह भी बताया है कि वो खुद भी इस फर्जी वैक्सीनेशन ड्राइव का शिकार हो गईं और उन्हें 'वैक्सीन' लगा दी गई। मीडिया से बातचीत के दौरान टीएमसी सासंद ने कहा कि 'मुझसे एक युवक ने संपर्क किया था और उसने कहा था कि वो एक आईएएस अफसर है। उसने मुझसे कहा था कि वो ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांग लोगों के लिए खास वैक्सीन नेशन ड्राइव चला रहा है। उसने मुझे इस ड्राइव में उपस्थित होने का आग्रह कहा था।'

TMC सांसद के मुताबिक 'मैंने लोगों को वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित करने के इरादे से उस कैंप में जाकर कोविशील्ड का वैक्सीन लिया। लेकिन मुझे कभी भी CoWIN की तरफ से कोई संबंधित मैसेज नहीं आया। मैंने कोलकाता पुलिस से शिकायत की और फिर बाद में आरोपी पकड़ा गया। यह युवक एक कार का इस्तेमाल करता था जिसपर उसने फर्जी स्टिकर भी लगा रखा था।'

ममता बनर्जी की जगह जादवपुर से 2019 में चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचीं मिमी चक्रवर्ती को इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फर्जी वैक्सीनेशन ड्राइव का पर्दाफाश होने के बाद कस्बा थाना की पुलिस ने 28 साल के देवांजन देव को गिरफ्तार कर लिया। देवांजन देव के पिता का नाम मोनोतांजन देव है। वह कोलकाता के आनंदपुर थाना क्षेत्र के हुसैनपुर, मदुरदाहा का रहने वाला है।

यह भी बताया जा रहा है कि देवांजन देव खुद को कोलकाता नगर निगम का ज्वाइंट कमिश्नर बताता था। पुलिसिया छानबीन में पता चला कि यह शख्स फर्जी सील-मोहर और कागजात के आधार पर लोगों को धोखा दे रहा था। पुलिस ने इसके पास से कुछ कागजात बरामद किये हैं जिनमें - फर्जी पहचान पत्र, विजटिंग कार्ड और स्वास्थ्य भवन से कोरोना वैक्सीन की मांग करने वाले कुछ दस्तावेज शामिल हैं। फिलहाल अब पुलिस इस पूरे रैकेट का पता लगाने के लिए गहनता से छानबीन कर रही है।

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