जोगिंद्रनगर Hospital में पीलिया से ग्रस्त 48 रोगियों का चल रहा उपचार

Update: 2024-07-20 10:02 GMT
Jogindernagar. जोगिंद्रनगर। उपमंडल के तुलाह निवासी पीलिया ग्रस्त आईटीआई प्रशिक्षु की पीजीआई में हुई मौत से उपमंडल के अन्य क्षेत्र में पीलिया की चपेट में आए अन्य लोग भी भयभीत हैं। पीलियाग्रस्त जो मामले के प्रति गंभीर नहीं थे और घर में ही इलाज चला रहे लोगों ने फिर से अस्पताल अथवा निजी चिकित्सालयों की और रुख किया है ताकि उन्हें सही उपचार मिल सके और इलाज में कोई कोताही न बरती जाए। सिविल अस्पताल जोगिंदर नगर में मौजूदा में लगभग 48 पीलिया से ग्रस्त रोगियों का उपचार चल रहा है जबकि सरकारी तथा निजी लैब में भी आज लगभग 100-100 लोगों के टेस्ट हुए हैं, जिनमे से लगभग 60 लोगों में पीलिया के लक्षण पाए गए हैं। हालांकि किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं लेकिन फि र भी उपमंडल में इतने अधिक मामले आने से लोग भयभीत अवश्य हैं। उल्लेखनीय है कि उपमंडल के तुलाह निवासी करण जो कि पीलिया से पीडि़त था की बीते दिन पी जी आई
चंडीगढ़ में मौत हो गई।

करण यहां आई टी आई में प्लंबर ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा था। लगभग एक सप्ताह पूर्व जब उसने खुद को अस्वस्थ महसूस करने पर जांच करवाई तो उसमे पीलिया के लक्षण पाए गए जिस पर वह अस्पताल से दवाई आदि लेकर स्वास्थ्य लाभ के लिए घर चला गया। लेकिन स्वास्थ्य में किसी सुधार के न होने के चलते परिजनों द्वारा उसे टांडा मेडिकल कालेज ले जाया गया जहां से उसे पी जी आई रैफर किया गया लेकिन बीते दिन वहां उसकी मौत हो गई। 21 वर्षीय करण चार बहनों का इकलौता भाई था। उधर सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर के उपमंडल चिकित्सा अधिकारी डा. रोशन लाल कौंडल ने कहा कि बरसात के मौसम के चलते जल जनित रोगों के मामलों में बढ़ोतरी हुई है । ऐसे में लोग पीने का पानी उबाल कर पिएं और तली भुनी तथा बाहर की वस्तुओं के सेवन से परहेज करें व हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन करें।उन्होंने कहा कि तीन दिनों से अधिक बुखार, भूख न लगने और शारीरिक कमजोरी महसूस होने पर नजदीकी अस्पताल में जांच करवाएं।
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