सोशल मीडिया की मुहिम ने कांग्रेस की धड़कनें की तेज
नई दिल्ली/रायपुर (जसेरि)। यूपी में कांग्रेस पार्टी पिछले कई सालों से अपने सभी बड़े नेताओं को हर चुनाव में खुली छूट देकर पूरे तरीके से आजमाया, लेकिन कांग्रेस के यूपी के बड़े नेताओं की जमीन बुरी तरीके से खिसक गई और गांधी और नेहरू परिवार के नाम के अलावा बड़े नेताओं के पास कुछ कहने के लिए बचा ही नहीं ऐसे में यूपी के कांग्रेस जनों ने सोशल मीडिया और व्यक्तिगत ईमेल कर कर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आह्वान किया है, कि प्रियंका गांधी को ही यूपी का मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया जाए इसके पीछे तर्क यह है कि यूपी में खोई हुई कांग्रेस अपनी जमीन प्रियंका गांधी के चेहरे को लगा देने मात्र से ही राजनीतिक ताकत प्राप्त कर सकती है। वर्तमान में यूपी में वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की आपसी खींचतान भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में पीछे करने के लिए काफी है। केशव प्रसाद मौर्य पूरी तरीके से वर्तमान सरकार से इत्तेफाक नहीं रखते समय-समय पर विरोध उजागर भी किए। राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ नाथवाद की लड़ाई में मशहूर है। नाथवाद दोनों के नेताओं के सर चढ़कर बोल रहा है। दोनों नाथ अपने वर्चस्व के लिए अपने नाथवाद को बचाने के लिए लड़ रहे हैं, ऐसे में पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक सामाजिक संरचना के आधार पर वोट मांगने वाली भारतीय जनता पार्टी आपने आप बड़ी परेशानी और जिल्लत झेल रही है। ऐसे में कहना ना काफी होगा कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की राजनीतिक में भारतीय जनता पार्टी में भारी भूचाल आएगा। ऐसे में अगर कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करती है तो यह कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के लिए स्वर्णीम अवसर हो जाएगा और कांग्रेस पार्टी बहुत आसानी से यूपी की राजनीतिक में अच्छा प्रदर्शन कर सत्ता में काबिज हो सकती है। यूपी के हर बड़े नेताओं ने नेहरू और गांधी परिवार के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकी है। बड़े नेता बनते गए लेकिन किसी ने भी कांग्रेस पार्टी का नाम नहीं लिया। जिस पार्टी के नाम से सहारे बड़े नेता बने कभी भी यूपी में कांग्रेस पार्टी को फायदा नहीं दिलाया। यहां तक अपना चुनाव तो हार दे गए अपने बेटे को भी चुनाव नहीं जीता सके और पार्टी की बात तो दूर अपने जिले में भी एक पार्षद के चुनाव के लिए भी संघर्ष करते नजर आए। इसलिए अब आम कांग्रेसजनों का कहना है कि बड़े नेताओं का चक्कर छोड़ो और प्रियंका प्रियंका गांधी को मैदान में उतारो। सोशल मीडिया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर अभियान चलाया हुआ है और यूपी के हर जिले में 2 से 3000 लाइक सोशल मीडिया में प्रियंका गांधी को प्रतिदिन मिल रहे हैं। सोशल मीडिया में मुहिम चल रही है जिसमें स्पष्ट लिखा है कि 'यूपी की बेटी 2022 में आती हैÓ इससे स्पष्ट होता है कि प्रियंका गांधी सबसे ज्यादा लोकप्रिय राजनीतिक नेता के रूप में उभर रही है। प्रियंका गांधी के यूपी चुनाव में पार्टी का चेहरा बनने से गठबंधन की राजनीतिक पर एक प्रश्न लग जाएगा। जानकार यहां तक बात कर रहे हैं अगर प्रियंका गांधी कांग्रेस प्रत्याशी बनती है सपा दूसरे नंबर की पार्टी हो जाएगी और भारतीय जनता पार्टी तीसरे नंबर पर चली जाएंगी। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अपने खून से चि_ी लिखकर अपनी इच्छा प्रकट कर रहे हैं। प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाने हेतु कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को और राहुल गांधी को कई बार चि_ी लिखी जा चुकी है। अब तो 2 जिलों से एक लाख से भी ज्यादा लोगों ने खून से चि_ी लिख कर सोनिया गांधी को आगाह किया है कि आगामी यूपी के विधानसभा चुनाव में जल्द से जल्द प्रियंका गांधी को यूपी का मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करें। नाम नहीं छापने की शर्त पर दिल्ली के एक बड़े नेता ने कहा यूपी की नेताओं की छवि बिल्कुल खराब है ऐसे में अगर प्रियंका गांधी यूपी की कमान संभालती है, तब कहीं जाकर कांग्रेस पार्टी के लिए जान में जान आएंगी। इसेस कांग्रेस कार्यकताओं का मनोबल बढ़ेगा। देश में कांग्रेस पार्टी के लिए एक मिसाल कायम होगी। गांधी परिवार का एक सदस्य यूपी जैसे बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बनकर आगे कांग्रेस पार्टी की बागडोर संभालने के लिए काबिल हो रहा है।