12वीं के छात्र ने की आत्महत्या, कॉलेज का रवैया बना कारण
फिलहाल पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में 12वीं के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि छात्र के कॉलेज ने उसकी मार्कशीट में सुधार करने में उसकी मदद करने से इनकार कर दिया और उसे फिर से इंटरमीडिएट (कक्षा 12) की परीक्षा में बैठने के लिए कहा. फिलहाल पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है.
जयकिशन (17 साल) के मार्कशीट पर किसी लड़की का नाम आ गया. जयकिशन के पिता रामकिशन का आरोप है कि वह 16 अगस्त को सफदरगंज इलाके के अपने स्कूल बाबू राम मनोहर विद्यालय में नाम बदलाव के लिए मदद मांगने गया था, लेकिन वहां के अधिकारियों ने इसके लिए 3,000 रुपये की मांग की.
उन्होंने कहा कि जयकिशन केवल 1,000 रुपये नकद लेकर स्कूल गया था लेकिन प्रबंधन ने उसे जो हुआ उसे भूलकर एक फॉर्म भरने और फिर से परीक्षा में बैठने के लिए कहा. पिता के मुताबिक, अत्यधिक दबाव के कारण छात्र ने अपने घर के पास एक पेड़ से फांसी लगा ली.
रामकिशन ने इस संबंध में जिलाधिकारी आदर्श सिंह से शिकायत की जबकि स्कूल प्रबंधन व स्टाफ ने परिसर को बंद कर दिया है. पीड़िता के पिता का आरोप है कि उसने अपने बेटे की मार्कशीट में गलत एंट्री की शिकायत जिला स्कूल निरीक्षक राजेश कुमार वर्मा से की थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया.
अब छात्र के आत्महत्या के बाद जिला स्कूल निरीक्षक राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि उन्होंने पहले ही एक टीम बना ली है जो मामले की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के कारण टीम को आवश्यक कागजात नहीं मिल सके, उन्हें 24 घंटे के भीतर उपलब्ध कराने को कहा गया है, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.