108 साल की अनीश नहीं रहीं , देखी थी आजादी की लड़ाई
लोग उनसे सुनते थे आजादी के किस्से।
दरभंगा: देश की आजादी की लड़ाई देखने वाली अनीश फातिमा का 108 साल की उम्र में निधन हो गया. अनीश फातिमा का जन्म साल 1914 में हुआ था. वो बिहार के दरभंगा जिले के लहेरियासराय के इस्माइलगंज की रहने वाली थी. उनके पति की मौत बहुत पहले हो चुकी थी. बताया जा रहा है कि ह्रदय गति रुकने के कारण उनकी मौत हुई. इस उम्र में भी वो आराम से चलती फिरती थीं.
अनीश फातिमा की मौत के बाद पूरे इलाके में गम का माहौल है. दूर- दूर से लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. अक्सर लोग उनके पास आजादी की लड़ाई के किस्से कहानी सुनने आते थे. मृतक के रिस्तेदार जिआउल हसनैन जिआ ने बताया कि काफी गम का दिन है क्योंकि आजादी की लड़ाई को काफी करीब से देखने वाली 108 वर्ष की अनिशा फातिमा अब इस दुनिया में नहीं रही.
स्वतंत्रता दिवस आता था तो काफी खुशियां मनाती थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि अनीश फातिम के जाने से हर कोई बेहद दुखी है लेकिन उनके अच्छे कामों और व्यवहार को हमेशा याद रखा जाएगा. अनीश फातमा के अंतिम दर्शन को पहुंचे रामचंद्र मिश्रा ने बताया की बहुत कम लोग इतने उम्र तक जीवित रहते. लोगों के जेहन में वो हमेशा जिंदा रहेंगी.
बुधवार को ही पूरे विधि विधान के साथ जनाजे की नमाज अदा करते हुए उनके पार्थिव शरीर को सुपुर्दे खाक किया गया. इस मौके पर उनके करीबी रिश्तेदार और आसपड़ोस के लोग मौजदू थे.