हथियारबंद बदमाशों का आतंक, कोयला ट्रांसपोर्टिंग में लगे वाहनों में लगाई आग
रांची। जिले के खलारी थाना क्षेत्र में रविवार की सुबह चार बजे हथियारबंद अपराधियों ने कोयला ट्रांसपोर्टिंग में लगे तीन हाइवा ट्रक को आग के हवाले कर दिया। बताया गया कि निर्मल महतो चौक के पास अपराधियों ने तीनों वाहनों को रोका और दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की। इसके बाद उन्होंने वाहनों में आग लगा दी। घटना की सूचना पाकर खलारी और मैक्लुस्कीगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि रंगदारी वसूलने के लिए आलोक गिरोह ने वारदात को अंजाम दिया है।
झारखंड में लॉ एंड ऑर्डर पर सख्ती के तमाम दावों के बावजूद कंस्ट्रक्शन और ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों पर हमले की घटनाएं लगातार हो रही हैं। पिछले चार महीनों में ऐसी सात घटनाएं सामने आई हैं। पूरे राज्य में कंपनियों से रंगदारी और लेवी वसूली करने वाले कई आपराधिक गिरोह उग आए हैं, जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। 3 दिसंबर को रांची में खलारी के पास पिपरवार थाना क्षेत्र में एक कोल माइन्स कंपनी के हाइवा ट्रक को अपराधियों ने फूंक डाला था। एक दिसंबर को रांची जिले के ओरमांझी में श्रीराम कंस्ट्रक्शन कंपनी की साइट पर हमला कर गोलीबारी की गई थी और एक कंटेनर को आग के हवाले कर दिया गया था। 19-20 नवंबर को लातेहार जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र के लात जंगल के पास उग्रवादियों ने तुबेद कोल माइंस से कोयला ट्रांसपोर्टिंग कर रहे पांच हाइवा वाहनों को जला डाला था। उग्रवादियों ने कई राउंड फायरिंग और वाहन चालकों के साथ मारपीट भी की थी।
28 नवंबर को मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के धमधमिया में आलोक गिरोह ने बालू लदे एक ट्रक को फूंक डाला था। इसी तरह एक अक्टूबर को हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र अंतर्गत चट्टी बरियातू स्थित एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) की कोल माइन्स से ट्रांसपोर्ट करने वाली पीएनएम कंपनी के सेंटर पर हथियारबंद लोगों ने हमला कर पांच हाइवा गाड़ियों में आग लगा दी थी। सितंबर महीने में बोकारो जिले में जैनामोड़ से गोला तक सड़क का निर्माण करा रही एनजी प्रोजेक्ट कंपनी की साइट पर पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के अपराधियों ने हमला कर डोजर और रोलर को आग के हवाले कर दिया था।