रायपुर की वायु गुणवत्ता सुधार के काम, डॉ. योगेंद्र कुमार सक्सेना ने लिए जायज़ा
रायपुर। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. योगेंद्र कुमार सक्सेना ने राजधानी में वायु गुणवत्ता सुधार हेतु किए जा रहे प्रबंधों व नवाचारों की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने निगम द्वारा शवदाह गृहों में नवाचारों के तहत फिल्टर लगाए जाने के प्रोजेक्ट को सराहा । और कहा है कि इस दिशा में पहल करने वाला रायपुर संभवतः देश का पहला नगर निगम है। इसी तरह बीरगांव नगर निगम के सीएसआर अंतर्गत बृहद वृक्षारोपण व पेवर लगाए जाने के कार्यों की भी प्रशंसा की है। बैठक में नगर निगम के अपर आयुक्त कृष्णा खटिक, छ.ग. पर्यावरण संरक्षण मंडल क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के क्षेत्रीय अधिकारी पी.के. रबड़े सहित परिवहन, नगर निगम बीरगांव व रायपुर के अधिकारी शामिल हुए।
उन्हें रायपुर निगम द्वारा विस्तार से अवगत कराया गया कि अब तक 72 हजार से अधिक पौधा रोपण किया जा चुका है। सड़कों को धूल मुक्त रखने सघन आवागमन वाले क्षेत्रों में जल छिड़काव के अलावा बी.टी. रोड व कॉक्रीट सड़कों का निर्माण किया गया है। रायपुर नगर निगम द्वारा सी. एण्ड डी. प्रोसेसिंग प्लांट पूर्व क्षमता 15 टन से बढ़ाकर 65 टन प्रति दिवस कर ली गई है एवं स्वसहायता समूह की महिलाएं इस संयंत्र का संचालन कर रही है। इलेक्ट्रानिक व्हीकल्स के लिए 4 चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं एवं अगले वित्तीय वर्ष में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
शहर के तीन शवदाह गृहों में ए.पी.सी.डी. फिल्टर लगाए जानेनिगम के माध्यम से गौ काष्ठ की सुलभता सुनिश्चित करते हुए दाह संस्कार हेतु इसके उपयोग हेतु प्रेरित करने का सुझाव दिया। इसी तरह जल के शोधन व दुर्गंध नाशक के तौर पर बायो एन्जाइम्स के उपयोग को भी बढ़ावा देकर एक नए नवाचार को प्रेरित करने का सुझाव भी उन्होंने दिया है। बैठक में बीरगांव निगम के पेवर कार्य व वृक्षारोपण गतिविधियों को उन्होंने सराहा साथ ही परिवहन विभाग को पी.यू.सी. सर्टिफिकेट देने वाले एजेंसियों व सभी वाहनों का सघन प्रदूषण जांच के साथ ही अपशिष्ट के साथ जमें लीचेट्स के समयबद्ध निपटान के निर्देश भी दिए हैं। बैठक में दोनों नगर निगमों के सभी अभियंता ए.एस.ओ. रोहित कुमार मेहरा सहित जिला परिवहन विभाग के अधिकारी शामिल हुए।