West Bengal : मकर संक्रांति पर गंगासागर में 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
West Bengal पश्चिम बंगाल: मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में हुगली नदी और बंगाल की खाड़ी के संगम गंगासागर में करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। अधिकारियों ने बताया कि कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया और कपिल मुनि के आश्रम में पूजा-अर्चना की। शाही स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 6.58 बजे शुरू हुआ और यह 24 घंटे तक जारी रहेगा।
पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री अरूप बिस्वास ने कहा कि एक जनवरी से अब तक कुल 85 लाख तीर्थयात्री पवित्र स्नान कर चुके हैं। इस बीच, एक बयान में कहा गया है कि वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण अब तक विभिन्न राज्यों के पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक
पांच तीर्थयात्रियों की मौत-
बयान में कहा गया है कि 'गंगासागर में अब तक कुल पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। सात बीमार श्रद्धालुओं को इलाज के लिए कोलकाता ले जाया गया है। दक्षिण 24 परगना जिले के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में तीन उत्तर प्रदेश, एक हरियाणा और एक छत्तीसगढ़ का था।
श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान-
दरअसल, मकर संक्रांति पर भीषण ठंड के बावजूद लाखों श्रद्धालुओं ने मंगलवार को दक्षिण 24 परगना जिले के गंगासागर स्थित कपिल मुनि के आश्रम में पवित्र स्नान किया और पूजा-अर्चना की। शाही स्नान का शुभ मुहूर्त सोमवार शाम 6:58 बजे शुरू हुआ और यह 24 घंटे तक जारी रहेगा।
राष्ट्रीय दर्जा देने की मांग-
एक अधिकारी ने बताया कि फसल उत्सव की शुरुआत के अवसर पर मनाए जाने वाले इस वार्षिक अनुष्ठान के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता से करीब 100 किलोमीटर दूर सागर द्वीप पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। इस साल गंगासागर मेला यूपी के प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ के साथ ही आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुंभ मेले की तर्ज पर इस दौरान द्वीप पर आयोजित होने वाले गंगासागर मेले को राष्ट्रीय दर्जा देने की मांग की है।