पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में स्थित स्वास्थ्य केंद्र के नर्स को देश के सर्वोच्च नर्सिंग सम्मान के लिए चुना
ओडिशा के बरहामपुर में स्थित सरकारी एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की नर्सिंग अधिकारी सिबानी दास को और पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के फलकता ब्लॉक के सुदूर तसाती चाय बागान में स्थित स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एक अन्य नर्स स्मिता कर को देश के सर्वोच्च नर्सिंग सम्मान के लिए चुना गया है
ओडिशा के बरहामपुर में स्थित सरकारी एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की नर्सिंग अधिकारी सिबानी दास को और पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के फलकता ब्लॉक के सुदूर तसाती चाय बागान में स्थित स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एक अन्य नर्स स्मिता कर को देश के सर्वोच्च नर्सिंग सम्मान के लिए चुना गया है। ये पुरस्कार भारतीय नर्सिंग परिषद (आईएनसी) द्वारा दिया जाता है।
सरकारी एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि पचास वर्षीय शिबानी दास को पेशे के प्रति उनके समर्पण, खास कर COVID-19 महामारी के दौरान उनकी सेवा को ध्यान में रखकर इस सम्मान के लिए चुना गया है। वहीं, दूसरी ओर स्मिता कर को ड्यूटी के बाद आदिवासी आबादी में जागरूकता फैलाने के लिए सर्वोच्च नर्सिंग सम्मान नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल अवार्ड 2021 से सम्मानित किया जाएगा।
राष्ट्रपति कोविंद करेंगे सम्मानित
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा एक समारोह में शिबानी दास और स्मिता कर को नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल अवार्ड 2021 से सम्मानित किया जाएगा। हालांकि इस कार्यक्रम की तारीख और समय अभी तय नहीं किया गया है। दोनों नर्सों को पुरस्कार के लिए चयन के बारे में संबंधित स्वास्थ्य विभागों को सूचित कर दिया गया है।
शिबानी दास ने जताई खुशी
इस मौके पर शिबानी दास ने कहा कि मैं देश में सर्वोच्च नर्सिंग सम्मान के लिए चुने जाने पर बहुत खुश हूं। ये अन्य लोगों को बी जनता की अधिक सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। गौरतलब है कि शिबानी दास बरहामपुर शहर के बाहरी इलाके लोचपाड़ा की रहने वाली हैं। उनको नर्स के रूप में काम करते हुए लगभग 25 साल हो गए हैं। वे 2007 में एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नर्सिंग अधिकारी के रूप में नियुक्त हुईं थीं। इससे पहले, उन्होंने 1997 से 2007 तक पश्चिम बंगाल के एक निजी अस्पताल में काम किया था।उन्हें 2020 में महामारी के दौरान सीतालपल्ली के टाटा कोविड अस्पताल में प्रतिनियुक्त किया गया था। पिछले साल दास ने मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बनाए गए कोविड अस्पताल -11 में सेवा की थी
सरकारी एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि शिबानी दास ने दोनों COVID अस्पतालों में कड़ी मेहनत की थी। वह पुरस्कार की हकदार थी। मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने उनके नाम की सिफारिश भारतीय नर्सिंग परिषद में की थी। वहीं, इस मौके पर स्मिता कर ने कहा कि मैं अपने सहकर्मियों और परिवार को हमेशा मेरे साथ रहने के लिए धन्यवाद देती हूं। उनके समर्थन के बिना यह संभव नहीं होता।