देश में मेडिकल साइंस की इतनी तरक्की करने के बावजूद लोग अंधविश्वास का सहारा ले रहे हैं, ऐसे में बदमाश भोले-भाले लोगों को शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तराखण्ड के हरिद्वार से सामने आया है। जहां घर में दबे धन को निकालने के लालच में सजनपुर निवासी एक परिवार से साढ़े बारह लाख रुपये की ठगी की गयी है। जानकारी अनुसार गांव सज्जनपुर पीली निवासी भगवत के पुत्र की पांच माह पहले मौत हो गई थी। इस घटना के बाद नागलसोती जिला बिजनौर निवासी प्रदीप जोशी ने उनके घर पहुंचकर खुद को तांत्रिक बताते हुए घर में खजाना दबा होने की बात कही। इसी कारण से बेटे की अकाल मौत होना भी बताया।
पुत्रों की मौत के भय से वह उनकी बातों में आ गए और पैसों के लिए बिजनौर स्थित 11 बीघा जमीन बेच दी तथा श्यामपुर, बिजनौर और छुहारा में इनके बताए गुरु और माता को साढ़े 12 लाख की रकम सौंप दी और पूजा-पाठ के नाम पर करीब डेढ़ लाख रुपये गंगा में प्रवाहित करा दिए। पीड़ित व्यक्ति सजनपुर के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सुनील कुमार के रिश्तेदार हैं। पीड़ित के ताऊ के बेटे ने ग्राम प्रधान से घटना के बारे में बताया। जिसके बाद फिर ग्राम प्रधान उन्हें अपने साथ लेकर थाने पहुंचे और शिकायत दी। जिस पर पुलिस आरोपितों की धरपकड़ में जुट गई और पुलिस ने आरोपी प्रदीप जोशी, विक्की जोशी, रोहित को गिरफ्तार कर लिया। वहीं जब आरोपितों से सख्ती से पूछताछ की गयी तो उन्होंने रुपये लेने की बात कबूल की। आरोपियों के कब्जे से एक लाख की रकम, सिक्के और मोटरसाइकिल बरामद हुई है। वहीं, पूछताछ में आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह निदान एवं अन्य ग्रहों का दाम घर-घर जाकर मांगते हैं और भाई इसी दौरान ऐसे पीड़ित व्यक्तियों की तलाशी कर उनसे रुपये ऐंठते हैं। फ़िलहाल कथित तांत्रिक सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।