Chamoli चमोली : खैनुरी गांव में माता-पिता का साया खोने के बाद संघर्ष कर रहे तीन निराश्रित बच्चों की मदद के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहल की है। उन्होंने जिला प्रशासन की टीम के माध्यम से बच्चों के लिए आवश्यक सामग्री और भरण-पोषण की व्यवस्था कराई है।
अनाथ बच्चों का सहारा बने सीएम धामी
सीएम धामी के निर्देश अनुसार रविवार को चमोली प्रशासन की टीम खैनुरी गांव पहुंची और बच्चों के लिए कंबल, गर्म कपड़े, फल और पोषण सामग्री उपलब्ध कराई। टीम ने बच्चों के आवास और शौचालय का निरीक्षण करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया। बता दें खैनुरी गांव निवासी नैन सिंह का अक्टूबर में बीमारी से निधन हो गया। इससे पहले उनकी पत्नी कुसुम देवी की मृत्यु 2020 में हो चुकी थी। इन परिस्थितियों में उनकी दो बेटियां संजना और साक्षी, और बेटा आयुष बेसहारा हो गए।
बच्चों तक राहत सामग्री पहुंचाने के दिए निर्देश
गांव के ग्राम प्रधान वीरेंद्र सिंह और ग्रामीणों ने बच्चों का सहारा बनने की कोशिश की, लेकिन माता-पिता के न होने से बच्चों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। इस मामले की जानकारी सीएम को मिलने पर उन्होंने तुरंत सहायता के निर्देश दिए। प्रशासनिक टीम ने बच्चों को ठंड से बचाव के लिए कंबल और गर्म कपड़े दिए। साथ ही, उनके पोषण के लिए फल और अन्य आवश्यक सामग्री भी पहुंचाई। टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि बच्चों को सरकार की ओर से हर संभव सहायता मिलती रहे।
सीएम ने दिया हर संभव मदद का भरोसा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निराश्रित बच्चों के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और उनके लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। खैनुरी गांव के इन तीन अनाथ बच्चों की कहानी कठिनाइयों से भरी है, लेकिन प्रशासन और सरकार ने उनके लिए उम्मीद की किरण जगाई है।