उत्तराखंड चारधाम यात्रा में निजी गाड़ियों का किया जा रहा टैक्सी के रूप में इस्तेमाल

उत्तराखंड चारधाम यात्रा

Update: 2022-05-31 12:11 GMT
हरिद्वार: चारधाम यात्रा में टैक्सी गाड़ियों की जगह अवैध रूप से निजी गाड़ियों को टैक्सी में रूप में ले जाया जा रहा है. ऐसे ही दो गाड़ियों को हरिद्वार में टेंपो ट्रैवलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ा है. हंगामा बढ़ा तो संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारियों मौके पर पहुंचे और गाड़ी को अपने कब्जे में लिया. निजी गाड़ियों में सवार यात्रियों की दूसरी टैक्सी उपलब्ध कराई गई.
इसके अलावा टेंपो ट्रैवलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों का आरोप है कि यात्रियों का पंजीकरण हरिद्वार में बंद कर ऋषिकेश में किया जा रहा है, जिससे उनका काम धंधा चौपट हो रहा है. इसी को लेकर उन्होंने जिला पर्यटन कार्यालय पर हंगामा किया और विरोध जताया.
बता दें कि यात्रा सीजन के दौरान पहाड़ों पर जाने वाले वाहनों की काफी मांग रहती हैं. ऐसे में कुछ लोग निजी गाड़ियों का टैक्सी के तौर पर इस्तेमाल कर रहे है. जिससे टैक्सी कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. टेंपो ट्रैवलर एसोसिएशन ऐसे वाहन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.
मंगलवार को पंचपुरी टेंपो ट्रैवलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शिव मूर्ति चौक के पास से ऐसे ही दो निजी वाहनों को पकड़ लिया, जो यात्रियों को यात्रियों को चारधाम यात्रा के लिए ले जा रहा था. एसोसिएशन द्वारा तत्काल इसकी सूचना संभागीय परिवहन विभाग को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया. पंचपुरी टेंपो ट्रैवलर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील जायसवाल का कहना है कि काफी समय से हरिद्वार से अवैध गाड़ियों का लगातार संचालन किया जा रहा है. निजी गाड़ियों में यात्रियों को ढोया जा रहा है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वहीं, ट्रैवल कारोबारी का कहना है कि हमारी सीधी मांग है कि चारधाम यात्रा में रजिस्ट्रेशन व्यवस्था बंद होनी चाहिए. ऐसी क्या आफत आ गई कि सरकार को 2022 में पंजीकरण व्यवस्था लागू करनी पड़ी. उन्होंने साफ कहा कि सरकार का सिर्फ एक उद्देश्य है कि किसी भी तरह हरिद्वार का ट्रैवल्स व्यवसाय चौपट कर उसे ऋषिकेश ट्रांसफर किया जाए. उन्होंने कहा कि हरिद्वार में पंजीकरण कार्यालय खोला हुआ है, लेकिन लोगों के पंजीयन नहीं किए जा रहे हैं.
क्या कहते हैं पर्यटक: महाराष्ट्र के अकोला जिले से आए प्रकाश का कहना है कि बीते 5 दिनों से हम पर्यटन कार्यालय पर खड़े हुए हैं, लेकिन चारधाम यात्रा भेजने की यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है. हमारा किसी तरह का कोई पंजीयन यात्रा पर जाने के लिए नहीं किया जा रहा है. ऐसे में हमारा समय के साथ-साथ पैसा भी खराब हो रहा है. अब हमें मजबूरन वापस जाने पर ही विचार करना पड़ रहा है. अब पर्यटन कार्यालय पर कहा जा रहा है कि 24 जून के बाद ही यात्रा का पंजीयन हो पाएगा.
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