रुद्रप्रयाग: खांकरा के पास शनिवार को पहाड़ी दरकने से अवरुद्ध बदरीनाथ हाईवे सात घंटे बाद भी खुल नहीं सका है। हाईवे बंद होने से दोनों तरफ 500 से अधिक वाहन फंसे पड़े हैं। आसपास कोई दुकान न होने के कारण यात्री भूखे-प्यासे वाहन में बैठने को मजबूर हैं।
लगातार वर्षा के चलते बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो जा रहा है। शनिवार दोपहर 12 बजे बदरीनाथ हाईवे पर रुद्रप्रयाग से 10 किलोमीटर आगे श्रीनगर की ओर खांकरा के पास अचानक पहाड़ी दरकने से बड़ी मात्रा में मलबा व बोल्डर मार्ग पर आ गए।
सूचना मिलने के बाद एनएच की जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची और मलबा साफ करने में जुट गई। जैसे ही पहली बार के मलबे को साफ किया गया, वैसे ही फिर से मार्ग पर मलबा आ गया।
देर शाम तक हाईवे यातायात के लिए सुचारू नहीं हो सका था। हालांकि एनएच की ओर से मार्ग खोलने के प्रयास जारी हैं। इस दौरान मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें दिनभर लगी रही।
स्थानीय सवारियों के साथ ही चारधाम तीर्थयात्रियों को भी भूखे-प्यासे रहना पड़ा। आलवेदर के चलते छोड़े गए स्लाइडिंग जोन वाले स्थानों का ट्रीटमेंट न होने से अब यह परेशानी का सबब बन रहे हैं। इसके अलावा, आलवेदर रोड की कटिंग के कार्य से भी खांकरा के पास यात्रियों को घंटों जाम में फंसना पड़ा।
चमोली में 12 सड़कें अभी भी बंद
चमोली जिले में लगातार वर्षा के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होता जा रहा है। वर्षा से बंद पड़ी 34 ग्रामीण सड़कों में से शनिवार को 22 सड़कें यातायात के लिए खोल दी गई, लेकिन बंद थी। अभी भी 12 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। उधर, नदी-नाले उफनाने के कारण ग्रामीण आवश्यक वस्तुएं लाने के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं।
सड़कों की स्थिति
बदरीनाथ हाईवे सुचारु
फूलों की घाटी यात्रा मार्ग सुचारू
तड़के कुल बंद ग्रामीण मोटर मार्ग - 34
दिनभर में खुले ग्रामीण मोटर मार्ग- 22
अभी भी बंद ग्रामीण मोटर मार्ग - 12