लाखों का माल किया जब्त, दो कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर कर विभाग का छापा

Update: 2022-07-14 17:29 GMT
रुड़की में राज्य कर की टीम ने दो कारोबारियों की दुकान और घर पर औचक छापा मारा। इससे व्यापारियों में हड़कंप मच गया। बताया गया है कि एक कारोबारी 2019 के बाद से बिना लाइसेंस के कारोबार कर रहा था। टीम ने लाखों रुपये का माल भी जब्त किया है। इसके बाबत कारोबारियों से कागजात मांगे गए हैं।
बृहस्पतिवार को राज्य कर विभाग के विशेष अनुसंधान शाखा एवं प्रवर्तन के संयुक्त आयुक्त अजय सिंह ने बिल व जीएसटी जमा नहीं कराए लाखों के माल की बिक्री किए जाने की सूचना पर छापा मारा। उपायुक्त संतोष कुमार सिंह, गुलरेज रिजवी, डिप्टी कमिश्नर अभय पांडेय, पीपी शुक्ला के अलावा विजय कुमार, धर्मेंद्र राज चौहान, नेहा मिश्रा व पूनम राजपूत आदि अधिकारियों की अलग-अलग टीम ने रामनगर स्थित बीड़ी आदि के कारोबारी की कार्तिकेय ट्रेडर्स के प्रतिष्ठान व आवास पर छापा मारा, जबकि अन्य दो टीमों ने मेन बाजार स्थित पान मसाला के कारोबारी के सिटी गोल्डन प्रतिष्ठान पर छापा मारा।
टीम ने कारोबारियों के यहां दस्तावेजों को खंगाला। स्टॉक किए गए माल के कागज मांगे गए, लेकिन कारोबारी पूरे दस्तावेज नहीं दिखा पाए। इसके चलते टीम ने लाखों रुपये का माल जब्त कर लिया। टीम की इस कार्रवाई से बाजार में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते दुकानें बंद होने लगीं। टीम ने लाखों का माल और कुछ दस्तावेज जब्त कर लिए हैं।
वहीं डिप्टी कमिश्नर अभय पांडेय ने बताया कि सिगरेट कारोबारी का रजिस्ट्रेशन वर्ष 2019 में समाप्त हो चुका है, लेकिन उन्होंने उसका नवीनीकरण नहीं कराया है। उनके प्रतिष्ठान से 125 बोरे माल के बरामद हुए हैं। इसके दस्तावेज वह दिखा नहीं पाए हैं। इसके चलते यह माल जब्त कर लिया गया है। दोनों कारोबारियों के यहां भारी अनियमितताएं मिली हैं। मामले में कार्रवाई अभी चल रही है। प्रथम दृष्टया जीएसटी की चोरी नजर आ रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ बताया जा सकेगा।
कार्रवाई के विरोध में पहुंचे व्यापारी संगठन
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को सूचना मिली कि जीएसटी की टीम सर्वे करने पहुंची है, जबकि व्यापारी संगठन सर्वे का विरोध कर रहे हैं। दो दिन पहले भी इस संगठन ने ज्वाइंट कमिश्नर कार्यपालक के साथ बैठक कर दुकानों के सर्वे पर आपत्ति जताई थी। इसे लेकर व्यापारी भड़क गए, लेकिन इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि यह सर्वे नहीं है, बल्कि जीएसटी की टीम शिकायत के आधार पर जांच करने आई है। इस पर व्यापारी शांत हो गए। इस मौके पर प्रदेश महासचिव नवीन गुलाटी, संयोजक रामगोपाल कंसल, सार्थक छाबड़ा, अंकित कालरा, लखबीर सिंह, आशीष सेठी, प्रभु ज्योत सिंह नामधारी, अशोक अरोड़ा, कविश मित्तल, आकाश गोयल, संजय गर्ग, प्रवीण मेंदीरत्ता, अरविंद कश्यप और कमल चावला आदि मौजूद रहे।
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