Uttarakhand उत्तराखंड: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बिजरानी रेंज की कनिया बीट के कंपाउंड नंबर 10 में बाघ के हमले में एक श्रमिक की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में वन चौकी के सामने शव रखकर प्रदर्शन कर रामनगर ढेला मार्ग जाम कर दिया। ग्रामीण बाघ को गोली मारने की मांग पर अड़े रहे। वहीं कॉर्बेट पार्क के वार्डन व अन्य कर्मियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी। जानकारी के अनुसार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में दैनिक वेतन भोगी के पद पर तैनात 38 वर्षीय प्रेम पुत्र इंदर लाल निवासी सांवलदे नेपाली बस्ती छुट्टी पर घर आया हुआ था। शाम को वह घर के पास ही जंगल में लकड़ियां लेने गया था।
अचानक बाघ ने उस पर हमला कर दिया। जिससे प्रेम की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जाता है कि बाघ ने प्रेम के शरीर का कुछ हिस्सा भी खा लिया था। वनकर्मी व ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे तो बाघ प्रेम के शव के पास बैठा था। वनकर्मियों ने हवा में दो राउंड फायरिंग की, जिसके बाद बाघ जंगल की ओर भाग गया। इस घटना से क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने रामनगर ढेला मार्ग पर वन चौकी के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया और वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि बाघ लगातार लोगों को निशाना बना रहा है और वन विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उन्होंने मांग की कि बाघ को पकड़कर गोली मारी जाए। उन्होंने कहा कि जब तक बाघ को नहीं मारा जाता, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस बीच मौके पर पहुंचे कॉर्बेट पार्क के वार्डन व अन्य कर्मचारियों ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी। जिसके बाद अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा। इधर, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की कवायद शुरू कर दी है। बताया जाता है कि मृतक प्रेम कई वर्षों से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बिजरानी रेंज में कार्यरत था। गुरुवार को वह छुट्टी पर घर आया था। घटना के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मच गया। प्रेम के तीन बच्चे हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है।