दिनांक 02.06.2023 को नैनी सैनी निवासी ललित सिंह बिष्ट व अन्य लोगों द्वारा एफ0एफ0यू0 शाखा एस0पी0 कार्यालय पिथौरागढ़ में तहरीर दी थी कि विक्रम पठानिया (दीपक सरदार उधमपुर) द्वारा एक बिचौलिए से मिलकर, उनसे MES में नौकरी लगाने के नाम पर क्लर्क पद के लिये 5,50,000/- रू प्रति व्यक्ति के हिसाब से तथा स्टोरकीपर पद के लिये 3,60,000/- रू प्रति व्यक्ति के हिसाब से (32 लोगों से) लगभग 01 करोड़ 20 लाख रूपये की धोखाधड़ी की गयी है। तहरीर के आधार पर थाना जाजरदेवल में धारा 34/420 IPC के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
पुलिस अधीक्षक महोदय पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह के आदेशानुसार, पुलिस उपाधीक्षक पिथौरागढ़ नरेन्द्र पन्त के पर्यवेक्षण में फाइनेन्सियल फ्राड यूनिट टीम पिथौरागढ़ के अथक प्रयासों से से थानाध्यक्ष जाजरदेवल मदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में उ0नि0 जितेन्द्र सौराड़ी व एस0ओ0जी0 टीम द्वारा उक्त मुकदमे से संबंधित अभियुक्त विक्रम पठानिया व दीपक कुमार को पंजाब से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त दीपक कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह सेना में नायक के पद पर था, जो वहां से भाग गया था जिसे सेना द्वारा भगौड़ा घोषित कर 2018 में बर्खास्त कर दिया था। दूसरा आरोपी विक्रम पठानिया दुनेरा में सीएससी सेन्टर चलाता है। दोनों व्यक्ति स्थानीय लोगों में से किसी एक को विचौलिया बनाकर नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को झांसे में लेकर ठगी का काम करने लगे। उक्त दोनों अभियुक्तों द्वारा अन्य कई राज्यों में भी लोगों से धोखाधड़ी की है। दोनों अभियुक्तों को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेज दिया गया है।
अभियुक्तगण-
1- विक्रम पठानिया पुत्र नरेश पठानिया निवासी ग्राम दुनेरा थाना-धारकला जिला पठानकोट पंजाब।
2- दीपक कुमार पुत्र पुरुषोत्तम लाल निवासी चैक नथल, थाना राजबाग कठुवां जम्मू एवं कश्मीर।
बरामद माल-
2 मोबाइल, 2 एटीएम कार्ड, एक Hyundai i20 कार।