उत्तराखंड में शुष्क हवाओं ने बदला मौसम का मिजाज, अगले सात दिन हीटवेव का येलो अलर्ट

पाकिस्तान से राजस्थान होते हुए उत्तराखंड में पहुंच रहीं शुष्क हवाओं ने मौसम का मिजाज बदलकर रख दिया है।

Update: 2022-06-03 04:31 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान से राजस्थान होते हुए उत्तराखंड में पहुंच रहीं शुष्क हवाओं ने मौसम का मिजाज बदलकर रख दिया है। मैदान से पहाड़ तक आसमान से आग बरस रही है। मौसम विज्ञानियों ने हीटवेव (लू) का हमला बताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, राजधानी दून लगातार दूसरे दिन भी राज्य में सबसे अधिक गर्म रही।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक, पाकिस्तान से यहां पहुंच रहीं शुष्क हवाओं से वातावरण में नमी न के बराबर है। ऐसे में गर्मी का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा, जो 10 जून तक देखने को मिलेगा। विक्रम सिंह का यह भी कहना है कि राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है, लेकिन गर्मी से कोई खास राहत मिलने वाली नहीं है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी में अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो 2012 के बाद जून माह में अब तक का अधिकतम तापमान है। राजधानी के अलावा पंतनगर में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री, मुक्तेश्वर में 29.2 डिग्री और टिहरी में 29 दर्ज डिग्री दर्ज किया गया।
41.1 डिग्री पहुंचने से लोग गर्मी से बेहाल
सूूरज के लगातार दो दिन से आंखें तरेरने से मैदान से लेकर पहाड़ तक आग बरस रही है। राजधानी दून में बृहस्पतिवार को गर्मी ने पिछले 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। यहां पर अधिकतम पारा 41.1 डिग्री पहुंचने से लोग गर्मी से बेहाल हो गए। मौसम विभाग के मुताबिक, 2012 में जून माह में अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री दर्ज किया गया था। इसके साथ ही देहरादून लगातार दूसरे दिन पूरे राज्य में सबसे अधिक गर्म रहा। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी दून में बृहस्पतिवार को जहां एक ओर अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री रहा, वहीं न्यूनतम तापमान भी 20.7 डिग्री दर्ज किया गया। जहां तक राज्य के दूसरे शहरों में अधिकतम तापमान का सवाल है, तो पंतनगर में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री, मुक्तेश्वर में 29.2 डिग्री और टिहरी में 29 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, दून में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री अधिक दर्ज किया गया। जहां तक पिछले एक दशक में सबसे अधिक तापमान का सवाल है तो 30 मई 2012 को राजधानी में सबसे अधिक तापमान 43.1 डिग्री दर्ज किया गया था, जो फिलहाल अब तक का दर्ज अधिकतम तापमान है।
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