हल्द्वानी: रानीखेत मजखाली निवासी गौरव सेनानी खीम सिंह वर्ष 1969 में दिव्यांगता के साथ सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद गौरव सैनानी खीम सिंह अपने पैतृक आवास में बस गए और खेतीबाड़ी करने लगे। छह जनवरी 2020 को उनकी मृत्यु हो गयी। जिसके बाद उनकी पत्नी वीरनारी हेमंती देवी ने पारिवारिक पेंशन के लिए आवेदन किया लेकिन एक साल नौ महीने बाद भी पेंशन नहीं लग सकी। उनके पुत्र गौरव सेनानी गणेश सिंह ने बताया कि हमने सभी संबंधित कार्यालयों और बैंक से निवेदन किया लेकिन अफसोस न्याय मिलना तो दूर कहीं से संतोषजनक जवाब तक नहीं मिल सका। जिसके बाद गणेश सिंह 10 सितंबर 2021 को मां हेमंती देवी के साथ उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग नैनीताल के कार्यालय पहुंचकर अध्यक्ष मेजर बीएस रौतेला को आपबीती सुनाई। जिसके बाद मेजर बीएस रौतेला ने हेमंती देवी का आवेदन पत्र तथा कुछ प्रपत्र भारतीय नौसेना के अभिलेख कार्यालय को भेजने की कार्यवाही की। इस बीच अभिलेख कार्यालय ने कुछ स्पष्टीकरण मांगा जिसे लीग की ओर से समय से भेज दिया गया।
पूर्व सैनिक गणेश ने बीते रोज लीग कार्यालय आकर बताया कि उनकी माता जी को सामान्य पारिवारिक पेंशन स्वीकृत हो गई है और उन्हें पेंशन का पीपीओ भी प्राप्त हो गया है। आखिरकार दो साल आठ महीने बाद पेंशन पाकर गौरव सैनानी के परिजन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। गौरव सेनानी गणेश सिंह और वीर नारी हेमंती देवी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिला पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष मेजर (सेनि.) बीएस रौतेला निस्वार्थ भाव से पूर्व सैनिकों और वीर नारियों की सहायता कर रहे हैं। यह पुनीत कार्य भी देशसेवा से कम नहीं है।