ऋषिकेश न्यूज़: पूर्व सैनिकों ने ऋषिकेश, डोईवाला समेत प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने वन रैंक वन पेंशन के दूसरे संशोधन की विसंगतियों को जल्द दूर करने का मुद्दा उठाया.
तहसील चौक पर उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्धसैनिक संगठन के सदस्य एकत्रित हुए. वहां से उन्होंने तहसील परिसर तक रैली निकाली. तहसील परिसर में उन्होंने प्रदर्शन किया. संगठन के ब्लॉक रायवाला के अध्यक्ष सेवानिवृत्त नायब सूबेदार देवेन्द्र दत्त जोशी ने कहा कि अधिकारी वर्ग और कनिष्ठ अधिकारी एवं अन्य पदों के साथ सातवें वेतनमान और पेंशन में दोहरा मापदंड देश की रक्षा प्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है. यह दोहरा मापदंड दुर्भाग्यपूर्ण है. कहा कि अधिकारी वर्ग की पदोन्नति की समय सीमा निश्चित की गई है, जबकि कनिष्ठ अधिकारी एवं जवान की पदोन्नति रिक्त स्थान होने पर निर्धारित है. समयवद्ध पदोन्नति में अधिकारी वर्ग 50 से 62 वर्ष के मध्य सेवानिवृत्त होता है, जबकि जवान या अन्य पद वालों की 35 वर्ष में सेवानिवृत्ति होती है. यह तथ्य असंगत है. अधिकारी को सिर्फ एक ही वर्ग में रखा गया है, जबकि कनिष्ठ अधिकारी एवं अन्य पदों को वर्गो में विभाजित किया गया. हर पांच वर्ष बाद पेंशन समीक्षा का प्रावधान है, इसमें कनिष्ठ अधिकारी एवं अन्य पदों को भी शामिल किया जाए. अभी यह व्यवस्था नहीं है. सेना सर्विस वेतन यानी एमएसपी में भारी विसंगतियां हैं. इस दौरान विसंगतियों को दूर करने के लिए एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया. प्रदर्शन करने वालों में मनोहर लाल ध्यानी, पूरण सिंह रावत, महेश मल्ल, ऋषिराम शर्मा, अमर सिंह चौहान, रश्मि नेगी आदि शामिल रहे. उधर, डोईवाला में पूर्व सैनिक और अर्ध सैनिकों ने डोईवाला चौक से तहसील तक रैली निकाल प्रदर्शन किया. तहसील में एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री, केंद्रीय रक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा. प्रदर्शन करने वालों में पूर्व सैनिक संगठन डोईवाला के अध्यक्ष सुनील शर्मा, राजपाल सिंह नेगी, राजेंद्र सिंह, परदीप सिंह, हर्ष सिंह रावत, विजय पाल सिंह आदि मौजूद रहे.