केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में लगे सोने पर विवाद, SIT जांच की उठी मांग

Update: 2023-06-23 10:15 GMT

देहरादून न्यूज: उत्तराखंड के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर सोने की प्लेट के बजाय पीतल पर सोने की पॉलिश चढ़ाए जाने को लेकर उठे विवाद को देखते हुए धर्मस्व विभाग के सचिव को उच्चस्तरीय जांच के आदेश देने के साथ ही इस मामले को अनावश्यक तूल देकर चारधाम के तीर्थो को विवाद में न डालने की बात कही है।

विवाद को देखते हुए मंत्री सतपाल महाराज ने धर्मस्व सचिव हरीश चंद्र सेमवाल को मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश देने के साथ-साथ कहा है कि केदारनाथ धाम की धार्मिक आस्था, पवित्रता और महत्ता के साथ खिलवाड़ करने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और शीघ्र ही सच्चाई सबके सामने आएगी, जांच में जो भी सामने आएगा, उसी आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

सतपाल महाराज ने कहा, प्रथम दृष्टया आरोप को सही नहीं कहा जा सकता, क्योंकि जिस श्रद्धालु ने केदारनाथ मंदिर में सोना और तांबा दान किया है, उसी ने वहां पूरा काम भी कराया है। इसलिए किसी प्रकार के गबन या भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है। चूंकि अफवाहें फैलाई जा रही हैं और कुछ लोग सुव्यवस्थित व निर्बाध गति से चल रही चारधाम यात्रा को बदनाम कर बाधित करना चाहते हैं, जबकि विपक्ष भी इस मामले को अनावश्यक तूल देने का प्रयास कर राजनीतिक रोटियां सेंक रहा है। इसलिए मैंने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, ताकि सच सामने लाया जाए और दोषियों को सजा दी जा सके।

भाजपा शासनकाल में हिंदुओं की आस्था से हो रहा खिलवाड़

गणेश गोदियाल ने कहा कि सोना तेज एसिड से भी नहीं गलता है, लेकिन यदि पानी से इसके गलने की बात कही जा रही है तो यह जांच का विषय है। इस जांच से भागा नहीं जाना चाहिए। सरकार से यही मांग की जा रही है कि इसकी जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि इस विवाद से देवभूमि उत्तराखंड, उत्तराखंडियत की छवि देशभर में धूमिल हुई है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा शासनकाल में हिंदुओं की आस्था से लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। गर्भगृह की दीवारों पर लगा सोना पीतल में बदल गया है। वहीं एक महिला ने पुजारियों की उपस्थिति में गर्भगृह में नोट बरसाए। यही नहीं, पेटीएम बारकोड से चंदा लिया जा रहा है।

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