इको टूरिज्म को बढ़ावा देने योगी सरकार ने उठाया नया कदम, बनाया ये प्लान

Update: 2022-07-30 13:30 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आज तक 

उत्तर प्रदेश में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने एक नया कदम उठाया है. यानी प्रकृति के बीच छुट्टियां मनाने का आपका सपना साकार करने में योगी सरकार भी मदद करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन' (ओडीओडी) कार्यक्रम तैयार किया है. इसके तहत प्रदेश के हर जिले में ऐसी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं जहां इको-टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा. राज्य का वन विभाग भी इस काम में तत्काल जुट गया है. अभी तक 56 जिलों में ऐसे स्थल चिह्नित किए जा चुके हैं.

यूपी सरकार 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन' (ओडीओडी) के तहत इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन विभाग प्रदेश हर जिले में ऐसे स्थलों को चिह्नित कर रही है जिन्हें ओडीओडी के तहत विकसित किया जाएगा. अब तक 56 जिलों में ऐसे स्थल चिह्नित किए जा चुके हैं. हर जिले की विशिष्टताओं को सामने लाकर रोजगार और आय के साधन विकसित करने पर भी सरकार का ध्यान है.
साथ ही ओडीओपी के तहत हर जिले के एक प्रोडक्ट की पैकेजिंग और ब्रांडिंग पर सरकार काम कर रही है. जिलों के उत्पादों के साथ ही क्षेत्र की पर्यटन और सांस्कृतिक विशेषताओं को भी बाजार से जोड़ने की कवायद शुरू की गई है.
यूपी वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है- यूपी में इको-टूरिज्म के लिए अपार संभावनाएं हैं. हर जिले में एक विशेष स्थान प्राकृतिक, पर्यावरणीय या वन्य पर्यटन के लिहाज से मुफीद है. इन स्थलों को आपस में जोड़ा जाए तो यह पिकनिक या वन-डे-टुअर के तौर पर पर्यटकों को लुभा सकते हैं. वहीं, स्थानीय स्तर पर भी पिकनिक और आउटिंग के लिए यह स्थल उपयोगी साबित होंगे. इसके लिए इको टूरिज्म बोर्ड भी बनाया जा रहा है.''
अब तक मऊ, शाहजहांपुर, बस्ती, हाथरस, हमीरपुर, अमेठी, सीतापुर, बाराबंकी, अयोध्या, फतेहपुर, जौनपुर, कौशांबी, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, कानपुर, गोरखपुर सहित 56 जिलों से स्थल चिह्नित कर उसके प्रस्ताव शासन और वन विकास विभाग को भेजे जा चुके हैं. इन जिलों के टूरिज्म के लिए चयनित स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं मसलन रेस्ट रूम, सड़क, बिजली, पानी, शौचालयों के साथ ही सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे. इसके बाद इन्हें पर्यटन डायरेक्ट्री में शामिल किया जाएगा.
लखीमपुर खीरी - दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
चंदौली - चन्द्रप्रभा वन्य जीव विहार
बहराइच - कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार
चित्रकूट - रानीपुर वन्य जीव विहार
ललितपुर - महावीर स्वामी वन्य जीव विहार
आगरा - सूरसरोवर पक्षी विहार
मिर्जापुर - कैमूर वन्य जीव विहार
मेरठ - हस्तिनापुर वन्य जीव विहार
बिजनौर - अमानगढ़ टाइगर रिजर्व
बलरामपुर - सोहेलवा वन्य जीव विहार
वाराणसी - कछुआ प्रजनन केन्द्र
पीलीभीत - पीलीभीत टाइगर रिजर्व
उन्नाव - नवाबगंज पक्षी विहार
रायबरेली - समसपुर पक्षी विहार
कन्नौज - लाखबहोसी पक्षी विहार
हरदोई - साण्डी पक्षी विहार
संतकबीरनगर - बखीरा पक्षी विहार
गौतमबुद्ध नगर - ओखला पक्षी विहार
मैनपुरी - समान पक्षी विहार
गोंडा - पार्वती अरगा पक्षी विहार
महोबा - विजय सागर पक्षी विहार
एटा - पटना पक्षी विहार
प्रतापगढ़ - डॉ. भीमराव अम्बेडकर पक्षी विहार
अलीगढ़ - शेखा झील अलीगढ़
लखनऊ - लखनऊ प्राणि उद्यान
कानपुर - कानपुर प्राणि उद्यान
गोरखपुर - गोरखपुर प्राणि उद्यान
इटावा - लॉयन सफारी इटावा
बरेली - मिनी जू इज्जत नगर
अम्बेडकरनगर - दखन झील
आजमगढ़ - बढेला ताल
औरैया - खानपुर वन ब्लाक
कानपुर देहात - मगही झील
कौशाम्बी - अलवारा वेटलैण्ड
जौनपुर - शाहगंज वेटलैण्ड (घूमर ताल)
फतेहपुर - अखनई झील
फर्रुखाबाद - कुठिला झील
अयोध्या - समदा झील
देवरिया - सिंधुवा ताल
बांदा - दियाबानी मंदिर पैलानी
बाराबंकी - भगहर वेटलैण्ड
भदोही - समधा ताल
मथुरा - जोधपुर ताल
सहारनपुर - एलिफेन्ट रिजर्व
सिद्धार्थनगर - मझौली सागर
सीतापुर - अज्जैपुर झील
सोनभद्र - कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी
अमेठी - कांदूनाला वन ब्लाक
हमीरपुर - मौदहा बांध
हाथरस - नगला शेखा वेटलैण्ड
बस्ती - संत रविदास वन विहार
मऊ - वन देवी मंदिर
शाहजहांपुर - नगर निगम बायोडायवर्सिटी पार्क
कासगंज - चन्दनपुर घटियारी बायोडायवर्सिटी पार्क
प्रयागराज - चांद खम्हरिया कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र
बलिया - जय प्रकाश नारायण पक्षी विहार (सुरहाताल)
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