वाहनों का रॉन्ग साइड परिचालन जानलेवा

Update: 2023-08-06 14:54 GMT
जालौन। ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री की तरफ से एक आंकड़ा जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि 2017 से लेकर 2021 के बीच में 43000 से ज्यादा लोग लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई है और इसमें से 44 फीसदी मौतें रॉन्ग साइड से आ रहे वाहनों की वजह से होती है.
जिले के आंकड़ों की बात करें तो जनवरी से लेकर अब तक यानि 6 महीने के दौरान में यहां पर तकरीबन 250 केस रजिस्टर्ड किए गए जिसमें से घायलों की संख्या 177 है. वहीं, मृतकों की संख्या 134 के करीब है. मतलब सड़क हादसों में 50 फीसदी मौतें सिर्फ एक्सीडेंट की वजह से हो रही है.
वहीं, सीओ ट्रैफिक शेलेन्द्र बाजपेई ने बताया कि सरकार के द्वारा लगातार ट्रैफिक नियमों का पालन करने को लेकर अभियान चलाया जाता है और लोगों के बीच जाकर ट्रैफिक Police नियमों का पालन करने की बात भी कहती है. स्टेट हाईवे, एक्सप्रेस वे और लिंक रोड पर रॉन्ग साइड वाहन नहीं चलाना चाहिए इसकी भी जानकारी दी जाती है. लॉक शॉर्टकट मारने के चक्कर में रॉन्ग साइड से वाहन चलाते हैं जिस वजह से हादसे हो जाते हैं लेकिन ट्रैफिक विभाग द्वारा अब हाईवे के कट या जुड़ने वाली लिंक रोड के पास पर फ्लेक्सी लगाई जाएंगी जिसमें संदेश दिया जाएगा कि रॉन्ग साइड ड्राइविंग न करें. वाहन ड्राइव करने वाले लोगों को नसीहत भी दी जाएगी .अगर नहीं मानते हैं तो उनका चालान भी किया जाएगा.
Tags:    

Similar News

-->