Meerut: अच्छे भविष्य के लिए दिव्यांगों का नेतृत्व और भागीदारी बढ़ाने पर जोर
संगोष्ठी में वक्ताओं ने दिव्यांगों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर
मेरठ: टिकाऊ भविष्य के लिए दिव्यांग व्यक्तियों के नेतृत्व को बढ़ावा देना विषय पर संगोष्ठी में वक्ताओं ने दिव्यांगों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया.
मुख्य अतिथि लाल बहादुर शास्त्रत्त्ी संस्कृत विश्वविद्यालय के दृष्टि दिव्यांग आचार्य दयाल सिंह पवार ने कहा कि दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने और समाज में उनकी पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. समावेशी और टिकाऊ भविष्य के लिए दिव्यांग व्यक्तियों के नेतृत्व को बढ़ावा देना हमारे समय की अनिवार्य आवश्यकता है. हमें इस दिशा में एकजुट होकर प्रयास करना होगा.
दिव्यांगजनों के लिए संकल्पित: पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय सिंह ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय दिव्यांगता के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग करने, उनको सुगम वातावरण उपलब्ध कराने, दिव्यांगजनों के उचित सेवायोजन को संकल्पित है.
कैंसर मरीजों के लिए पुनर्वास क्लीनिक जल्द
लोहिया संस्थान में कैंसर मरीजों के लिए अच्छी खबर है. ऑपरेशन करा चुके मरीजों के पुनर्वास के लिए खास क्लीनिक शुरू की जाएगी. यह जानकारी फिजिकल मेडिकल एंड रिहैबिलिटेशन विभाग के अध्यक्ष डॉ. वीएस गोगिया ने दी. वह दिव्यांग दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बताया कि यह प्रदेश की पहली पुनर्वास क्लीनिक होगी.
केजीएमयू में खेलकूद
केजीएमयू के फिजिकल एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) विभाग की ओर से दिव्यांग दिवस पर खेल-कूद प्रतियोगिता हुई. इस मौके पर दिव्यागजनों ने प्रतिभा दिखाई. वहीं मानसिक स्वास्थ्य विभाग में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ.