गांव सारा में छत से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर महिला की मौत
11 हजार की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर मौत
गाजियाबाद: निवाड़ी थानाक्षेत्र के गांव सारा में पड़ोसी की छत पर गई महिला की 11 हजार की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर मौत हो गई. शव को सड़क पर रखकर परिजनों ने ग्रामीणों के साथ जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों की मांग है कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए और हाईटेंशन लाइन को तुरंत हटाया जाए. बिजली विभाग के अधिकारी और पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया. गांव सारा में बाबूखान अपनी पत्नी 60 वर्षीय सितारा और पांच बच्चों के साथ रहते हैं. उनके घर के आसपास 11 हजार की हाईटेंशन लाइन जा रही है. हाईटेंशन लाइन कई मकानों से उपर से भी गुजर रही है. उनकी पत्नी सितारा शाम को पड़ोसी गुलनाज के घर पर गई और किसी काम से छत पर चली गई. इसी बीच 11 हजार की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई. करंट लगने से महिला मकान की छत से नीचे गिर गई. चीख सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने महिला को मोदीनगर के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. हालात गंभीर होने पर मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया. देर रात महिला ने मेरठ के अस्पताल में दम तोड़ दिया. महिला का शव शाम चार बजे के आसपास शव गांव सारा पहुंचा. परिजनों ने ग्रामीणों के साथ शव को सड़क पर रख दिया और हंगामा करना शुरू कर दिया.
इसकी सूचना पर निवाड़ी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए. उनका कहना है कि हाईटेंशन लाइन के कारण एक साल के अंदर सात हादसे हो चुके हैं. पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए और हाईटेशन लाइन आबादी के बीच से हटाई जाए. दो घंटे तक चले हंगामे के बाद मौके पर एसडीओ व जेई पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया. 15 मकान हाईटेंशन लाइन के नीचे : बताया जा रहा है कि गांव सारा में 15 से अधिक मकान हाईटेंशन लाइन के नीचे बने हुए हैं. इस कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं. बिजली विभाग के अधिकारियों को कई बार शिकायत देकर हाईटेंशन लाइन हटाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि हाईटेंशन लाइन को नहीं हटाया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.