इस वर्ष नकल माफियाओं से मिलेगा छुटकारा

Update: 2023-01-06 08:51 GMT

मेरठ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी यूपी बोर्ड इस वर्ष बारकोड का इस्तेमाल करते हुए कुछ उत्तर पुस्तिकाओं की औचक जांच करेगा, जिससे नकल करने वालों पर और शिकंजा कसा जा सकेगा। सूत्रों की माने तो 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षार्थियों के लिए बोर्ड ने सरकारी प्रेस को तीन करोड़ से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाएं छापने का आदेश दिया है। इन उत्तर पुस्तिकाओं को जनवरी 2023 के अंत में बोर्ड परीक्षा के लिए सभी जिलों में भेजा जाएगा।

बोर्ड ने इसी वर्ष से प्रदेश के सभी जिलों को सिली हुई उत्तर पुस्तिकाएं भेजने का भी फैसला किया है, क्योंकि पिछले वर्षों में स्टेपल हटाकर कॉपियां बदलने की शिकायतें मिली थीं। नकल में शामिल गिरोह मेधावी छात्रों की उत्तर पुस्तिका के पहले पन्ने को बदलकर अन्य छात्र की उत्तर पुस्तिकाओं से जोड़ देता था। अब बोर्ड के द्वारा लिए गए फैसले से ऐसा करना असंभव होगा।

परीक्षा को नकल भिन्न कराने के लिए हो रही पुख्ता व्यवस्था:

यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन व सकुशल संपन्न कराने के लिए पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। परीक्षा केंद्रों पर वॉइस रिकॉर्डर युग सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फरवरी से प्रस्तावित है। परीक्षा के लिए तेजी से तैयारी चल रही है जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए 105 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।

परीक्षा की तैयारी को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार सभी केंद्र व्यवस्थापको के साथ शनिवार को बैठक कर चुके हैं। वहीं जिन वित्तविहीन विद्यालयों में कैमरे नहीं लगे हैं वहां पर प्रबंध तंत्र व प्रधानाचार्य को निर्देशित किया गया है कि कक्ष में दोनों और वॉइस रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं।

मेरठ व सहारनपुर मंडल के बोर्ड परीक्षार्थी:

जिला हाईस्कूल इंटरमीडिएट

बुलंदशहर 49072 42544

गाजियाबाद 28459 24663

गौतमबुद्धनगर 22443 19536

मेरठ 43399 42362

बागपत 16086 15706

हापुड़ 15889 14009

सहारनपुर 38987 35156

शामली 13941 12007

मुजफ्फरनगर 32412 28880

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