कौन होगा लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से बीजेपी का उम्मीदवार, कई दिग्गजों की नजर

लखनऊ कैंट विधानसभा सीट इस समय सबसे हॉट सीट बनी हुई है। इसकी खास वजह भाजपा के दिग्गजों की नजर इस सीट पर है।

Update: 2022-01-24 01:05 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लखनऊ कैंट विधानसभा सीट इस समय सबसे हॉट सीट बनी हुई है। इसकी खास वजह भाजपा के दिग्गजों की नजर इस सीट पर है। वजह, यह सीट भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है। भाजपा इस सीट पर छह बार जीत दर्ज कर चुकी है। अब यह तो समय बताएगा कि किसके हाथ यह सीट लगती है, लेकिन जोर आजमाइश का दौर जारी है।

आठ लोगों का नाम चर्चा में
लखनऊ कैंट विधानसभा सीट के लिए भाजपा खेमे में आठ नेताओं का नाम चर्चा में है। भाजपा नेतृत्व ने तय किया है कि मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्रियों को मैदान में उतारा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू से उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं। दिनेश शर्मा मेयर रहने के बाद सीधे उप मुख्यमंत्री बनाए दिए गए। बाद में उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया गया। इस बार उन्हें भी चुनाव लड़ाए जाने की तैयारी है। पार्टी में चर्चा है कि दिनेश शर्मा की नज़र भी कैंट सीट पर है। हालांकि अभी इस पर फैसला नहीं हुआ है कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन यह तो तय है कि उन्हें लखनऊ के किसी सीट से विधानसभा में उतारा जाना तय माना जा रहा है।
मयंक जोशी व रेशू भाटिया भी लाइन में
रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस से लखनऊ कैंट से विधायक रह चुकी हैं। कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद भी वह विधायक चुनी गई। वर्ष 2019 में भाजपा के टिकट पर लोकसभा के लिए चुनी गईं। वह चाहती हैं कि उनके बेटे मयंक जोशी को यहां से टिकट दे दिया जाए। इसके लिए वह लगातार पैरवी करने में जुटी हुई हैं। रेशू भटिया- मेयर संयुक्ता भाटिया की बहू हैं। रेशू के ससुर सतीश भाटिया यहां से दो बार लगातार विधायक रह चुके हैं। इसलिए मेयर संयुक्ता भाटिया चाहती हैं कि उनकी बहू को यहां से टिकट दिया जाए। उन्होंने कैंट क्षेत्र में पोस्टर व बैनर भी पहले लगवा रखे थे।
सुरेश तिवारी भी लाइन में
भाजपा के मौजूदा विधायक सुरेश तिवारी भी टिकट पाने की लाइन में हैं। वह चार बार विधायक रह चुके हैं। पार्टी में चर्चा है कि उनकी उम्र 64 वर्ष हो चुकी है, लिहाजा पार्टी किसी युवा को मौका दे सकती है। इसके साथ सपा के टिकट से चुनाव लड़ चुकी अपर्णा यादव भी अब भाजपाई हो चुकी हैं। हालांकि, उनके बारे में कहा जा रहा है कि वह पार्टी के लिए काम करेंगी और इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी। अब यह तो समय बताएगा कि किसके खाते में यह सीट जाती है, लेकिन इस सीट के लिए भाजपा के अंदर जद्दोजहद जारी है।
लखनऊ कैंट विधानसभा सीट
नाम पार्टी वर्ष
सतीश भाटिया भाजपा 1991
सतीश भाटिया भाजपा 1993
सुरेश तिवारी भाजपा 2002
सुरेश तिवारी भाजपा 2007
रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस 2012
रीता बहुगुणा जोशी भाजपा 2017
सुरेश तिवारी भाजपा 2019 उपचुनाव में जीते
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