मूलभूत सुविधाओं को मुद्दत से तरस रहा वार्ड-55, यकीन करना मुश्किल

Update: 2022-11-26 10:13 GMT

मेरठ न्यूज़: हर बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा फतेउल्लापुर वार्ड-55 को देखकर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है कि यह क्षेत्र नगर निगम के अंतर्गत आता है। रास्तों से लेकर जलनिकासी, साफ-सफाई और पथ प्रकाश आदि मूलभूत सुविधाओं को इस क्षेत्र के लोग मुद्दत से तरस रहे हैं। वार्ड-55 फतेउल्लापुर, इत्तेफाक नगर, शौकत कॉलोनी, पहलवान नगर, नूर गार्डन, चमन कॉलोनी, नई बस्ती आदि को मिलाकर बनाया गया है। पार्षद चुनाव की तैयारियों में जुटे नईम सैफी, आम आदमी पार्टी से दावेदारी कर रहे मो. नदीम, मकसूद अली, मोहम्मद अजीम, अब्दुल सत्तार मलिक, मोहम्मद बिलाल आदि का कहना है कि चमन कॉलोनी में पांच-छह साल पहले जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाई गई थी।

लेकिन तब से लेकर अब तक इस लाइन में पानी की सप्लाई शुरू नहीं की जा सकी है। जिसके कारण पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो चुकी है। वार्ड के लोग बताते हैं कि जब कभी इस लाइन के जरिये सप्लाई की कोशिश की गई, तो जगह-जगह से क्षतिग्रस्त लाइन से पानी उबलकर सड़कों और गलियों के रास्ते ऊपर तक आने लगा, जिससे सड़कें भी खराब हो गर्इं। इस वार्ड की बदहाली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चार दशक से दो दशक पुरानी बसितयों में अभी तक 20-25 परसेंट ही ऐसी हैं जिनमें आइल्स और खडंÞजे का काम हुआ है, हालांकि इनमें से अधिकांश रास्ते आज टूटी-फूटी अवस्था में पहुंच चुके हैं।

वहीं इस क्षेत्र की ज्यादातर गलियों को देखकर यकीन करना मुश्किल होता है कि यह क्षेत्र नगर निगम क्षेत्र में आता है। यहां की गलियां आज भी कच्ची अवस्था में देखी जा सकती हैं। वार्ड में जल निकासी, स्ट्रीट लाइट, सीवर लाइन की कोई व्यवस्था नगर निगम की ओर से नहीं दी गई है। अब्दुल सत्तार मलिक बताते हैं कि चमन कॉलोनी में मस्जिद के आसपास खड़ंजे तक नहीं बने हुए हैं। इस कच्चे रास्ते में घरों से निकलने वाला गंदा पानी जमा रहता है। जिसके कारण नमाजियों को मस्जिद में आते जाते समय बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ता है, और उनके कपड़े भी पाक नहीं रह पाते हैं। मस्जिद के निकट ही एक पब्लिक स्कूल स्थित है। जहां आने जाने वाले छोटे बच्चों को इसी गंदे पानी से और टूटे-फूटे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है जिसमें कई बार छोटे बच्चे गिरकर चोट खाए बैठते हैं। मोहम्मद अजीज का कहना है वार्ड का यह इलाका तमाम उन समस्याओं से जूझ रहा है जिन्हें नगर निगम के माध्यम से बहुत आसानी से हल कराया जा सकता है, लेकिन जनप्रतिनिधियों की ओर से इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया गया है। वार्ड निवासी मकसूद अली का कहना है सफाई के सिलसिले में नगर निगम के अधिकारियों को बार-बार कहते हुए जब लोग थक चुके तो उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई। जिसका असर इतना हुआ कि एक दो बार सफाई कर्मचारियों की टीम को यहां भेजा गया, लेकिन बाद में फिर बात पुराने ढर्रे पर आ गई है।

आम आदमी पार्टी के टिकट पर इस वार्ड से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे मोहम्मद नदीम का कहना है कि लोग जैसे-तैसे करके पाई पाई जोड़ के अपना घरौंदा बनाते हैं, लेकिन यहां से पानी की निकासी न हो पाने की वजह से लोगों के घरों की बुनियादों में पानी भर जाता है, और कई मकान खतरे में आ चुके हैं। इस वार्ड की सबसे बड़ी गंभीर समस्या जल निकासी का न होना है। मोहल्ले में ज्यादातर लोगों ने समरसेबल लगा रखे हैं। हालांकि खुशहालनगर नलकूप से भी पानी की सप्लाई की जाती है। इत्तेफाक नगर में रहने वाले लोग किस तरह अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं, यह देखकर ही अफसोस होता है। जहां आने जाने के लिए रास्ते हैं न पानी के निकासी का कोई साधन है।

नगर निगम में इस वार्ड का प्रतिनिधित्व कर रहीं पार्षद असगरी पत्नी शरीफ अहमद से उनका पक्ष जानने का भरसक प्रयास किया गया। लेकिन बार-बार समय देने के बावजूद उनसे न भेंट हुई, और न ही उन्होंने मोबाइल के जरिये वार्ड में कराए जाने वाले कार्यों का उल्लेख करने में कोई रुचि ली है।

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