वाराणसी में ज्वार रोगियों की बढ़ती संख्या के संदर्भ में राज्य स्तरीय दल का भ्रमण

Update: 2023-10-03 13:28 GMT
वाराणसी। जनपद पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रमुख जनपदों में सम्मिलित है तथा आसपास के अनेक जनपदों से विभिन्न रोगों के रोगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता के कारण वाराणसी नगर के विभिन्न चिकित्सालयों में उपचार हेतु नियमित रूप से आते हैं। वाराणसी जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता एवं गुणवत्ता, औषधियों एवं शैवाओं की उपलब्धता इत्यादि की स्थिति की निरंतर उच्च स्तरीय निगरानी की जाती है।
राज्य स्तर पर प्राप्त विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स तथा उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में एक तीन सदस्य दल 23 सितंबर, 2023 को जनपद वाराणसी के विभिन्न चिकित्सालयों में बुखार के रोगियों की स्थिति का आकलन करने हेतु भेजा गया। दल में डी. के. एन तिवारी, निदेशक (संचारी रोग), डॉ. विकास अग्रवाल, राज्य सर्विलास अधिकारी तथा पंकज गुमा, फिजीशियन, लोक बंधु राजबंधु चिकित्सालय, लखनऊ सम्मिलित हैं।
दल के सदस्यों के द्वारा दिनांक 2 अक्टूबर को देर रात तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय तथा 3 अक्टूबर को लाल बहादुर शास्त्री संयुक्त चिकित्सालय, रामनगर एवं शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय, कबीरचौरा का भ्रमण कर वार्ड में भर्ती मरीजों की स्थिति की जानकारी प्राप्त की गई, साथ ही उपलब्ध जांच एवं उपचार सुविधाओं की गहनतापूर्वक समीक्षा की गई।
पांडेपुर अस्पताल में 250 बेड्स उपलब्ध हैं तथा 50 अतिरिक्त बेडस की व्यवस्था की जा सकती है। भ्रमण के समय चिकित्सालय में कुल 229 मरीज भर्ती थे, जिनमें से 176 रोगी बुखार तथा अन्य ज्वर संबंधी कारणों से भर्ती थे। जिनमें से 12 रोगी डेंगू धनात्मक थे। सभी भर्ती रोगी पूर्णतः स्टेबल थे तथा उनका उचित उपचार चिकित्सालय में किया जा रहा था। चिकित्सालय में डेंगू तथा अन्य रोगों की जांच हेतु आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध है एवं औषधि तथा आईएवी फ्लूड्स भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। चिकित्सालय में उच्चतर जांच हेतु एलीसा रोडर भी क्रियाशील है।
अस्पताल में 153 बेडस उपलब्ध हैं तथा 20 अतिरिक्त बेडस की व्यवस्था की जा सकती है। भ्रमण के समय चिकित्सालय में कुल 115 मरीज भर्ती थे, जिनमें से 31 रोगी बुखार तथा अन्य स्वर संबंधी कारणों से भर्ती थे, जिनमें से 8 रोगी डेंगू धनात्मक थे। सभी भर्ती रोगी पूर्णतः स्टेबल थे तथा उनका उचित उपचार चिकित्सालय में किया जा रहा था। चिकित्सालय में डेंगू तथा मलेरिया रोगों की त्वरित जांच हेतु आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं एवं औषधि तथा आई वी फ्लूड्स भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। श्री शिव प्रसाद गुप्त
अस्पताल में 316 बेडस उपलब्ध है तथा 40 अतिरिक्त बेडस की व्यवस्था की जा सकती है। भ्रमण के समय चिकित्सालय में कुल 254 मरीज भर्ती थे। जिनमें से 102 रोगी बुखार तथा अन्य ज्वर संबंधी कारणों से भर्ती थे, जिनमें से 13 रोगी डेंगू धनात्मक थे। सभी भर्ती रोगी पूर्णतः स्टेबल थे तथा उनका उचित उपचार चिकित्सालय में किया जा रहा था। चिकित्सालय में डेंगू तथा मलेरिया रोगों की त्वरित जांच हेतु आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध है एवं औषधि तथा आई वी फ्लूइस भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। चिकित्सालय में उच्चतर जांच हेतु एलीसा रोडर भी इस्टॉल कर दिया गया है। जिस पर जांच हेतु किस क्रम की जा रही है।
सभी चिकित्सालयों में रोगियों के उपचार हेतु अनेक प्रकार के नवाचार भी किए जा रहे हैं यथा ई.सी.जी. सुविधा की उपलब्धता, 24 घंटे पेचोलॉजी जांच सुविधा की उपलब्धता, रोगियों को लैब मित्र ऐप्लिकेशन के माध्यम से समस्त स्तर के चिकित्सालयों- ग्रामीण एवं नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जनपद एवं मण्डल स्तरीय चिकित्सालय से पेचीलॉजी जांच की रिपोर्ट एस.एम.एस. के माध्यम से उपलब्ध कराना इत्यादि।
भ्रमण किए गए तीनों चिकित्सालयों में इमरजेन्सी तथा अनेक आई.पी.डी. वार्ड्स में वातानुकूलन की व्यवस्था भी की गई है।
विभिन्न नवाचारों, सुविधाओं की उपलब्धता एवं उपचार की गुणवत्ता में सुधार के कारण विभिन्न स्तर के चिकित्सालयों में भर्ती रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
समस्त चिकित्सालयों में भर्ती रोगियों की स्थिति का आकलन करने पर पाया गया कि अनेक रोगी पूर्णतया स्वस्थ तथा चलने फिरने में सक्षम थे, उनको बुखार भी नहीं था। ये रोगी केवल प्लेटलेट्स की कमी के भय के कारण चिकित्सालय में भर्ती थे। सभी चिकित्सालयों में मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि इस प्रकार के रोगियों की उचित काउंसलिंग एवं परामर्श के उपरांत छुट्टी की जा सकती है।
साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि चिकित्सालयों में विभिन्न स्थानों पर मरीजों को डेंगू तथा अन्य वायरल रोगों के विषय में तथ्यपरक जानकारी उपलब्ध करने हेतु प्रचार-प्रचार सामग्री प्रदर्शित की जाए ताकि वे अनावश्यक भयभीत ना हो। सभी चिकित्सालयों में यह भी निर्देशित किया गया कि ओ.पी.डी., आई.पी.डी. एवं इमरजेन्सी ब्लॉक्स में डेंगू तथा अन्य वायरल रोगों हेतु रोगियों को भर्ती तथा डिस्चार्ज किए जाने के प्रोटोकॉल्स का प्रदर्शन सुनिश्चित किया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी, वाराणसी को निर्देशित किया गया कि ज्वार रोगियों की संख्या में कमी आने तक वे नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों से तीनों जनपदीय चिकित्सालयों हेतु 2-2 अतिरिक्त स्टाफ नर्स उपलब्ध कराएं।
साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी, वाराणसी को यह भी निर्देशित किया गया कि एलिसा जांच हेतु स्क्रब टायफस, लेप्टोस्पायरोसिस, चिकनगुनया इत्यादि जांच किट्स भी श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय, कबीर चौरा एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय, पांडेपुर पर उपलब्ध कराई जाये।
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